गया: इस वर्ष तीन अक्तूबर को गया जिले का 150वां स्थापना दिवस मनाया जायेगा. इस विशेष वर्ष में जिले के लोगों को कई सुविधाएं सुलभ करायी जायेंगी. मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त किया जायेगा. कुछ नयी योजनाओं पर काम शुरू किया जायेगा. नव वर्ष के पहले दिन जिला पदाधिकारी बाला मुरूगन डी ने नये वर्ष की प्राथमिकताएं गिनायीं.
डीएम ने कहा कि वर्ष 2014 गया जिले के लिए खास है. हमने संकल्प लिया है कि इस पूरे साल में साफ-सफाई, रोशनी, पानी, ट्रैफिक आदि की व्यवस्था सुदृढ़ की जायेगी. कई नयी सुविधाएं जन सुलभ होंगी. शहर को साफ, सुंदर व पर्यटकों के लिए दर्शनीय बनाने की दिशा में काम किया जायेगा,, ताकि बाहर से आनेवाले दर्शक जब गयाजी पहुंचे तो लगे कि उन्हें लगे वे किसी धार्मिक नगरी में पहुंचे हैं.
वैष्णो देवी, तिरुपति बालाजी जैसा स्वरूप गया शहर को दिया जा सकता है, बशर्ते बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों व आम लोगों का भी सहयोग मिले. अब सिर्फ पितृपक्ष में नहीं, बल्कि वर्ष भर पितृपक्ष जैसा माहौल रहे, इस पर काम करना होगा. सबसे ज्यादा जरूरी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करना है. इसके लिए शहर के मुख्य सड़कों से अतिक्रमण हटाया जायेगा. मांस-मछली की दुकानें शहर मे ही एक अलग स्थान पर लगवायी जायेंगी. जिस रास्ते तीर्थयात्री रेलवे स्टेशन से विष्णुपद मंदिर या बोधगया के लिए जाते हैं, उसी रास्ते में इन दुकानों के होने से इसका मैसेज गलत जाता है.