गया: स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, स्वास्थ्य सुविधाएं व समुदाय के लाभार्थियों के बीच बढ़ रहीं दूरियां कम करने के लिए अग्रगामी इंडिया की ओर से सोमवार को जिले के मोहनपुर स्थित हाइस्कूल में मातृत्व-नवजात शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम से संबंधित जन संवाद का आयोजन किया गया.
जन संवाद में मुख्य रूप से संस्थागत प्रसव में उपस्वास्थ्य केंद्रों, एएनएम व 102 एंबुलेंस की भूमिका की जानकारी दी गयी. साथ ही, समुदाय के लाभार्थियों व जनप्रतिनिधियों की इससे संबंधित शिकायतें सुनी गयीं. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा पैसे की मांग किये जाने, एएनएम द्वारा प्रसव पूर्व जांच नहीं किये जाने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(पीएचसी) में दवा मुहैया नहीं कराने, प्रसव बाद बच्चे को ऑक्सीजन की सुविधा मुहैया कराने के लिए पैसे लिये जाने व मौके पर 102 एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की बातें सामने आयी.
खजुराही निवासी नीता देवी ने कहा कि प्रसव के बाद बच्चे को ऑक्सीजन की सुविधा मुहैया कराने के लिए पीएचसी मोहनपुर में पांच सौ रुपये लिये गये. इसी प्रकार डुमरा निवासी कुरैशा खातून ने पीएचसी के स्वास्थ्यकर्मियों व सुरक्षा प्रहरियों द्वारा जबरन दो सौ रुपये वसूली की बात कही. लोदिया की फातमा खातून ने कहा कि चर्म रोग का इलाज कराने पीएचसी गयी तो उन्हें बगैर कोई दवा दिये किसी बड़े डॉक्टर से इलाज कराने की सलाह दी गयी. बलियारी की लीला देवी ने एएनएम द्वारा प्रसव पूर्व किसी तरह का चेकअप नहीं करने बात कही.
जन-संवाद के दौरान पैनलिस्ट द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये, जिसमें पीएचसी में रेडीएंट वार्मर अविलंब उपलब्ध कराने, 102 एंबुलेंस की बजाय निजी व्यवस्था कर प्रसव के लिए अस्पताल आने वाली महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना से उनके खर्च का भुगतान करने, एक सप्ताह के अंदर शिकायत पेटी लगाने, ग्रामीण स्वास्थ्य व स्वच्छता को सशक्त बनाने के लिए पंचायती राज के सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित करने, पैसे की मांग करने पर अविलंब रोक लगाने, सभी उपस्वास्थ्य केंद्रों को व्यवस्थित व सुविधा संपन्न बनाना शामिल है. स्वास्थ्य प्रबंधक रीता प्रकाश ने उक्त शिकायतों व सुझावों पर अमल करने का भरोसा दिलाया. जन-संवाद का उद्घाटन कार्यक्रम प्रबंधक पीयूष रंजन, राज्य तकनीकी परामर्श समिति के सदस्य अरुण कुमार, व्याख्याता विनय कुमार पांडेय ने दीप जला कर किया.
इस दौरान अग्रमामी इंडिया के अधिकारियों द्वारा ग्राम स्वास्थ्य रिपोर्ट कार्ड जारी की गयी, जिसमें कई बिंदुओं पर प्रगति पायी गयी. इस मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक रीता प्रकाश, सीडीपीओ की पूजा व रीना, सिरियावां पंचायत के मुखिया राजकिशोर गुप्ता, विभिन्न पंचायतों के वार्ड सदस्य, आशा, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम व समुदाय के करीब पांच सौ लोग उपस्थित थे.