गया: पंचायत सचिवों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बावजूद अनियमितता का सिलसिला नहीं रुक रहा है. इस वर्ष अब तक नौ पंचायत सचिवों पर कार्रवाई हो चुकी गई है. इसमें आमस के तीन, फतेहपुर के दो तथा बोधगया, इमामगंज, बांकेबाजार, डोभी के एक-एक पंचायत सचिव शामिल हैं. वैसे, 2009 से अब तक जिले के 47 पंचायत सचिवों पर विभागीय कार्रवाई की जा चुकी है.
कोई मुअत्तल हुआ, किसी का एक-दो वेतन वृद्धि रुकी तो किसी को भविष्य में सरकारी कार्योँ में नियोजित नहीं किये जाने का आदेश निर्गत किया गया. ताज्जुब है कि इन पंचायत सचिवों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने में विभाग को दो से तीन साल लग गये.
इससे सरकारी कामकाज की शिथिलता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. जिन पंचायत सचिवों पर कार्रवाई हुई है उन पर योजना के क्रियान्वयन, आंगनबाड़ी सेविका की बहाली में अनियमितता, प्रभार नहीं देने, अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने, बीपीएल सूची व शिक्षक नियुक्ति में अनियमितता, सरकारी पैसे का दुरुपयोग, जेल जाने के कारण वसूली आदि आरोप गठित किये गये हैं, जिनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की गयी है.