गया: धर्मसभा भवन में बुधवार को आयोजित बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ का जिलास्तरीय सम्मेलन आयोजित हुआ. मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को मानदेय नहीं, वेतनमान मिले. नियोजित शिक्षकों की यह मांग पुरानी है, जब-तब आंदोलन तेज हुआ तो सरकार ने अड़ियल रवैये का परिचय दिया. शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज कर दमन व अपमानित किया गया. लोकसभा चुनाव से पूर्व सभी नियोजित शिक्षकों को सरकार वेतनमान नहीं देती है तो चुनाव में सरकार के विरुद्ध जायेंगे.
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद ने सरकार के दमनात्मक व वादाखिलाफी रवैये के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने की अपील की. जिला प्रवक्ता उपेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि गत नौ दिसंबर को लाखों शिक्षकों ने विधानसभा का घेराव किया था. तब शिक्षा मंत्री पीके शाही ने मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया था.
बाद में सरकार के दबाव में मुकर गये. उपाध्यक्ष शंकर चौधरी ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू तो कर दिया गया है, पर मानदेय पर शिक्षकों से काम लेकर इस कानून का उल्लंघन किया जा रहा है. सचिव इकबाल जाफरी ने सम्मेलन में माइक्रो पेंशन, नियोजित शिक्षकों का स्नातक वरीयता मानदेय, बकाया मानदेय का भुगतान व नियमित रूप से मानदेय का भुगतान करने की मांग रखी. सम्मेलन में जिले के विभिन्न प्रखंडों से सैकड़ों शिक्षक ने भाग लिया.