पटना-डोभी नेशनल हाइवे 83 की फोरलेन के निर्माण कार्य पर नक्सलियों की नजर है़ नक्सली संगठन लगातार धमकी दे रहे हैं. सुरक्षा को लेकर चिंतित नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के जीएम (टेक्निकल) व प्रोजेक्ट डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष द्विवेदी ने मगध आयुक्त लियान कुंगा को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग की है़ इसी […]
पटना-डोभी नेशनल हाइवे 83 की फोरलेन के निर्माण कार्य पर नक्सलियों की नजर है़ नक्सली संगठन लगातार धमकी दे रहे हैं. सुरक्षा को लेकर चिंतित नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के जीएम (टेक्निकल) व प्रोजेक्ट डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष द्विवेदी ने मगध आयुक्त लियान कुंगा को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग की है़ इसी बाबत आयुक्त ने गया व जहानाबाद के कई बड़े अधिकारियों को तलब किया है़.
बोधगया: पटना-डोभी नेशनल हाइवे-83 के फोरलेन के निर्माण कार्य पर ग्रहण लग सकता है. भाकपा-माअोवादी सहित अन्य नक्सली संगठनों द्वारा लगातार दी जा रही धमकी के बाद सुरक्षा को लेकर नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के जीएम (टेक्निकल) व प्रोजेक्ट डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष द्विवेदी ने मगध आयुक्त लियान कुंगा को 11 मार्च को पत्र भेजा है और सुरक्षा से संबंधित आवश्यक कदम उठाने की अपील की है.
इस मामले को आयुक्त ने गंभीरता से लिया है और 19 मार्च को मगध डीआइजी सौरभ कुमार, गया डीएम कुमार रवि व एसएसपी गरिमा मलिक, जहानाबाद डीएम आदित्य दास व एसपी आदित्य कुमार, बीएमपी-तीन के कमांडेंट रविरंजन कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट धीरेंद्र वर्मा व जहानाबाद बीएमपी के कमांडेंट को अपने कार्यालय में तलब किया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को मगध डीआइजी सौरभ कुमार द्वारा बोधगया में बिहार व झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में तैनात पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी व एसटीएफ के अधिकारियों के साथ बैठक करने के दौरान नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के जीएम (टेक्निकल) व प्रोजेक्ट डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष द्विवेदी ने मगध आयुक्त लियान कुंगा को भेजे गये पत्र पर भी चर्चा की गयी. साथ ही, इस मामले में डीआइजी ने आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है.
क्या लिखा है पत्र में नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के जीएम (टेक्निकल) व प्रोजेक्ट डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष द्विवेदी ने मगध आयुक्त लियान कुंगा को भेजे पत्र में लिखा है कि पटना-डोभी फोर लेन का निर्माण कार्य 10 अप्रैल 2015 से चल रहा है और इसे तीन वर्षों में अर्थात नौ अप्रैल 2018 तक पूरा कर लेना है. सड़क निर्माण का कामकाज मेसर्स आइएल एंड एफएस इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शंस कंपनी लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है.
नेशनल हाइवे ने इस कामकाज की मॉनीटरिंग की जिम्मेवारी मेसर्स कंस्लटिंग इंजीनियरिंग ग्रुप लिमिटेड जयपुर व उनके ज्वाइंट वेंचर कंपनी निपोन किवॉय इंडिया व सीइजी लिमिटेड को सौंपा है. जब साइट पर कामकाज की मॉनीटरिंग करने के लिए उक्त ग्रुप के अधिकारी जाते हैं, तो उनके टीम लीडर के मोबाइल फोन पर धमकी दी जाती है. विगत चार दिसंबर 2015 को बोधगया के जिंदापुर मौजा मोचारिम में स्थित सड़क कंस्ट्रक्शंस कंपनी के बेसकैंप पर हमला किया गया था. 27 दिसंबर 2015 को सड़क निर्माण में लगे दो वाहनों में आग लगा दी गयी थी. 22 फरवरी को माओवादियों द्वारा एक वाहन में आग लगा दी गयी थी. विगत आठ मार्च को मानपुर गांव स्थित उनकी कंपनी के स्टोन चिप्स के कैंप पर लोगों ने अटैक कर कामकाज को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया था. अपने पत्र में जीएम सह प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने स्पष्ट किया है कि उक्त घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि फोरलेन का निर्माण कार्य समय से पूरा नहीं हो पायेगा.