गया: पंचायती राज व्यवस्था राष्ट्र निर्माण का बेहतर विकल्प है. यह बात पूर्व सांसद व राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीनाक्षी नटराजन ने कही. वह रविवार को कांग्रेस के जिला मुख्यालय राजेंद्र आश्रम में आयोजित पंचायतीराज जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं. सम्मेलन में मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि सत्ता के विकेंद्रीकरण […]
गया: पंचायती राज व्यवस्था राष्ट्र निर्माण का बेहतर विकल्प है. यह बात पूर्व सांसद व राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीनाक्षी नटराजन ने कही. वह रविवार को कांग्रेस के जिला मुख्यालय राजेंद्र आश्रम में आयोजित पंचायतीराज जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं.
सम्मेलन में मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि सत्ता के विकेंद्रीकरण के लिए बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर ने संविधान में पंचायतीराज व्यवस्था का प्रावधान किया था.
आजादी के 10 साल बाद देश का समुचित विकास नहीं होने पर 1957 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बलवंत राय मेहता कमेटी का गठन किया. कमेटी की अनुशंसा पर उन्होंने पंचायतीराज व्यवस्था की सिफारिश की. जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने महसूस किया कि सासंद व विधायकों के माध्यम से जनआकांक्षाओं की पूर्ति नहीं की जा सकती. ग्रामीणों को सशक्त बनाने व सामाजिक न्याय दिलाने के लिए पंचायतीराज व्यवस्था लागू करना ही होगा. उन्होंने प्रयास किया, लेकिन राज्यसभा में विधेयक पास नहीं हो सका. हालांकि, बाद में विधेयक पास होने के बाद बिहार में पहला पंचायत चुनाव वर्ष 2001 में हुआ. तब, अध्यक्ष पद का आरक्षण नहीं हो सका था. 2006 में अध्यक्ष पद के साथ-साथ महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, लेकिन अब तक सभी 29 विभागों का हस्तानांतरण पंचायतीराज व्यवस्था में नहीं हो सका है. यह आमलोगों के पंचायतीराज व्यवस्था के प्रति जिम्मेवार व जागरूक होने के बाद ही संभव है. इसके माध्यम से तेजी से राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ गांवों में कांग्रेस को स्थापित किया जा सकता है.
लेकिन, केंद्र सरकार पंचायतीराज व्यवस्था को कमजोर कर रही है.
इस मौके पर सूबे के मत्स्य पालन सह पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था के सशक्त होने से ही कांग्रेस मजबूत होगी. उन्होंने कहा, कांग्रेस के सिद्धांत में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की फिलाॅस्फी शामिल है. लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा व इंदिरा गांधी की 20 सूत्री कार्यक्रम अद्वितीय देन है. उन्होंने कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था को सशक्त बना कर ही सोनिया गांधी व राहुल गांधी के सपनों को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता गांवों में जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाएं.