गया : निर्भया कांड को एक साल हो गया. देश भर में महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर बहस का बड़ा दौर चला. राजनीतिक पार्टियों से लेकर सामाजिक संस्थाओं तक ने बहस में भाग लिया, अपनी-अपनी राय रखी. लेकिन, एक सवाल है.
वह यह कि क्या बीते एक वर्ष में कोई बड़ा बदलाव आ सका है? इस सवाल पर गया शहर की महिलाओं की राय जानने की कोशिश की गयी. महिलाओं ने सुरक्षा के मसले पर अपना जवाब मोटे तौर पर ‘ना’ में ही दिया. इनका मानना है कि सामाजिक स्तर पर ही बदलाव लाकर इन घटनाओं को रोका जा सकता है.
यह भी कि प्रशासनिक तंत्र को कड़े कानून के साथ-साथ समाज के हर वर्ग तक पहुंच कर आमलोगों को इन अपराधों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करना होगा. प्रस्तुत है इस मुद्दे पर कुछ खास महिलाओं की व्यक्तिगत राय भी.