गया: मगध नक्सलग्रस्त क्षेत्र है. सरकार व प्रशासन काे यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि कम उम्र के युवक-युवतियां हथियार क्यों उठा रहे हैं. उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए प्रशासनिक पहल की जरूरत है. उक्त बातें प्रमंडलीय आयुक्त लियान कुंगा ने कहीं. वह शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि वह मिजाेरम के रहनेवाले हैं. गया आने से पहले अखबाराें में मगध की खबरें पढ़ते रहे हैं. उन्हाेंने कहा कि नक्सल वारदात कम हाे, इसके लिए उनके बीच जाकर बातचीत कर माहाैल बनाने की जरूरत है.
इस दिशा में काम करना उनकी पहली प्राथमिकता हाेगी. उन्होंने कहा कि नक्सली गतिविधियाें के कारण विकास कार्य भी बाधित हाेता है. इस तरह की गतिविधियां घटेंगी, ताे विकास स्वत: हाेने लगेगा. उन्हाेंने कहा कि पिछड़ा, अतिपिछड़ा, अनुसूचित जाति व महादलित बस्तियाें में जाकर विकास के कामकाज काे देखेंगे. उनकी झाेंपड़ियाें तक विकास की किरणें पहुंचे, इस दिशा में प्रशासन काे काम करने की जरूरत है.
उनके लिए सरकार की कई कल्याणकारी याेजनाएं हैं, जिन्हें उन तक पहुंचाना हाेगा. उन्हाेंने कहा कि प्रमंडल के पांचाें जिले जहानाबाद, गया, नवादा, आैरंगाबाद व नवादा में साफ-सफाई का पुख्ता इंतजाम रहे. गया ताे कई धर्माेंं का केंद्र हाेने के कारण आैर भी महत्वपूर्ण है, जहां साफ-सफाई जरूरी है. इसके लिए नगर आयुक्त से बात की जायेगी व कार्ययाेजना तैयार की जायेगी. विकास याेजनाआें में गुणवत्ता के साथ समझाैता नहीं हाेगा.