गया: किड्स एथलेटिक्स प्रोग्राम के राज्य समन्वयक अरुण कुमार ओझा ने खेल संघों के कामकाज पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने खेल संघों में चल रही राजनीति को खिलाड़ियों की प्रतिभा के साथ मजाक बताया है. उनके अनुसार, खेल संघों में चल रही राजनीति का सीधा असर राज्य के अच्छे खिलाड़ियों पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिला व राज्यस्तर के खेल संघ हमेशा से ही अन्य प्रदेश के खिलाड़ियों को पहली प्राथमिकता देते हैं, जबकि हमारे जिले और राज्य में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है.
माफियाओं के हाथों में है खेल : श्री ओझा ने बताया है कि अभी खेल संघ माफियाओं के हाथों में है जो स्वयं को खेल का ठेकेदार बना बैठे हैं. खेलों के आयोजन से लेकर खेल संघ में पूरी तरह से भाई-भतीजावाद हावी है. इससे अच्छे खिलाड़ी नहीं आ रहे हैं. स्थानीय स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन लगभग बंद कर दिया गया है. यही कारण है जिले से लेकर राज्य तक खिलाड़ियों में खेल के प्रति उत्साह नहीं रह गया है. नये खिलाड़ी सामने नहीं आ रहे है, क्योंकि उन्हें भी अच्छी तरह से मालूम है कि उनका भविष्य अंधकारमय होगा.
खेलप्रेमियों से एकजुट होने की अपील : श्री ओझा ने खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों को एकजुट होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि खेल संघों में चल रहे अनैतिक कार्यो को रोकने के लिए खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों को आगे आना होगा, तभी बदलाव संभव होगा. खेल संघों की मनमानी का खुल कर विरोध करने का वक्त आ गया है.