गया: गया जिले के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के मानपुर-पेहानी टोले के न्यू मदरसा के पास रहनेवाले 42 वर्षीय अनवर मियां उर्फ कल्लू को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है. करीब 20 वर्षो से आरपीएफ व राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के लिए सिरदर्द बन चुके अनवर की गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
मंगलवार को आरपीएफ ने उसे मीडिया के सामने पेश किया. आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी प्रेम सागर दूबे ने बताया कि वर्षो से अनवर मियां की तलाश थी. वह रेल से जुड़ी कई संगीन घटनाओं में संलिप्त है. उसके विरुद्ध आरपीएफ, जीआरपी, सिविल लाइंस, कोतवाली, बुनियादगंज सहित अन्य थानों में हत्या, लूट, डकैती, छिनतई, चोरी से संबंधित करीब 20 से अधिक कांडों का आरोपित है. उन्होंने बताया कि इसे पकड़ने के लिए कई बार आरपीएफ ने छापेमारी की. लेकिन, हर बार वह पुलिस को चकमा देकर निकल जाता था.
रंगे हाथ पकड़ा गया
पोस्ट प्रभारी श्री दूबे ने बताया कि अनवर मियां को रेलवे के सामान की चोरी करते रंगे हाथ पकड़ा गया. अपराधियों की टोह में छापेमारी करने निकले आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार, सब-इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार, अपराध व सूचना शाखा के सहायक अवर निरीक्षक सुभाष चंद्र सिंह यादव, होमगार्ड के जवान पवन कुमार व विनोद कुमार और सिपाही पुरुषोत्तम कुमार व जितेंद्र कुमार ने रेलवे यार्ड के पास से अनवर मियां को पकड़ा. इसके पास से चोरी के रेलवे के सामान बरामद किया गया है. इसके विरुद्ध सब-इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने अनवर मियां के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है. उन्होंने बताया कि अनवर मियां को मंगलवार को रेलवे न्यायालय में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया.
आयुक्त ने की पूछताछ
पोस्ट प्रभारी श्री दूबे ने बताया कि मुगलसराय से आये वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त एके वर्णवाल, सहायक सुरक्षा आयुक्त अजय प्रकाश दूबे सहित अन्य अधिकारियों ने गिरफ्तार अनवर मियां से पूछताछ की. अनवर मियां ने पुलिस पदाधिकारियों को कुछ ऐसे सफेदपोश जनप्रतिनिधि के बारे में जानकारी दी है, जो अपराध की दुनिया से जुड़े हैं. उन जनप्रतिनिधियों का इतिहास खंगाला जा रहा है.