गया: निगम प्रशासन ने शहर में पांच जगहों पर पार्किग जोन बनाये हैं. एक तो यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं, तो दूसरी ओर से व्यवसायी वर्ग भी इसका विरोध कर रहा है. इनमें जीबी रोड में स्थित तीन सड़कों पर दोपहिया वाहन और गोल पत्थर हनुमान मंदिर के सामने तथा जिला स्कूल के पूर्वी गेट पर चारपहिया वाहन पड़ाव बनाये गये हैं.
कुछ एक गाड़ियां यहां पर लगी हुई नजर आ भी जाती हैं. लेकिन, यहां पर पार्किग करना वाहन मालिकों व दुकानदारों दोनों के लिए परेशानी का सबब है. जाहिर सी बात है कि दुकान के सामने गाड़ियां लगेंगी, तो दुकानदार आपत्ति करेगा ही. शहर के व्यवसायियों में पार्किग जोन को लेकर नाराजगी है. अब किस सोच के साथ इन सड़कों पर पार्किग जोन बनाये गये हैं, इसका जवाब फिलहाल निगम प्रशासन के पास भी नहीं है.
चौपट कर दिया धंधा
इन सड़कों को पार्किग जोन घोषित कर दिये जाने से व्यवसायी वर्ग में खासी नाराजगी है. बजाजा रोड के व्यवसायियों का कहना है इस रोड से निगम को लाखों का टैक्स मिलता है. लेकिन, निगम प्रशासन ने इस रोड को पार्किग जोन घोषित कर सभी धंधा चौपट कर दिया. दुकानों के सामने गाड़ियां लगा देने से ग्राहक नहीं आ पाते. ऐसे में नुकसान उठाना पड़ता है. गौरतलब है कि इस सड़क पर कई बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं. अन्य सड़कों का भी किस्सा यहीं है. पार्किग जोन बना देने से यहां के व्यापार पर असर पड़ रहा है. दूसरी ओर गाड़ी लगाने को लेकर हर रोज किसी न किसी से झगड़ा होना आम बात हो गयी है.
कैसे किया गया घोषित
व्यवसायियों का कहना है कि बिजनेस रोड को जिला प्रशासन ने कैसे पार्किग जोन घोषित किया, जबकि इन रास्तों पर कई बड़े प्रतिष्ठान हैं. हर रोज यहां लाखों का कारोबार होता है. सरकार को भारी मात्र में टैक्स जाता है. ऐसे में किस आधार पर जिला प्रशासन ने इन सड़कों को पार्किग जोन घोषित कर दिया. अब इस बात का जवाब तो निगम प्रशासन के पास भी नहीं है.
एक पार्किग यह भी
गोल पत्थर मोड़ हनुमान मंदिर के सामनेवाली सड़क को चारपहिये वाहनों के लिए पार्किग जोन बनाया गया है. वहां एक दो गाड़ियां खड़ी नजर भी आ जायेंगी. अब इससे ज्यादा गाड़ियां खड़ी भी नहीं हो सकतीं. कारण है सड़क के किनारे पड़ी ईंट और बालू. यह जगह लोगों के पेशाब करने की बनी हुई है. बजाजा रोड की स्थिति सबसे चिंताजनक है. इस रोड को दोपहिया वाहनों की पार्किग के लिए चुना गया है. इस सड़क के किनारे दोपहिया के साथ-साथ चारपहिये वाहन भी लगाये जाते हैं. परेशानियां दुकानदारों को उठानी पड़ती हैं. कुछ ऐसा ही हाल है अन्य सभी पार्किग का भी.