गया: बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ की जिला शाखा के तत्वावधान में बुधवार को शहर के आंबेडकर पार्क में आमसभा हुई. इसमें होमगार्डो की समस्या को सरकार द्वारा निदान नहीं किये जाने के कारण नौ दिसंबर को पटना के गांधी मैदान से प्रदर्शन करते हुए विधान सभा के समक्ष धरना पर बैठने का निर्णय लिया गया है.
इससे पहले दो दिसंबर को सभी जिलों में जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन व भूख हड़ताल करने का भी फैसला लिया गया है. आमसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष कन्हैया लाल उर्फ झलक बाबा ने कहा कि बिहार सरकार ने गृह रक्षकों के साथ वादा खिलाफी की है. इस कारण पांच सूत्री मांगों के निदान के लिए आंदोलन करना अनिवार्य हो गया है. प्रदेश संगठन सचिव विजय कुमार ने कहा कि उपरोक्त आंदोलनों के बाद भी सरकार ने उनकी समस्याओं पर विचार नहीं किया तब अंतिम चरण में राज्य के गृहरक्षक काम बंद कर शस्त्र के साथ पटना में आंदोलन करने पर विवश हो जायेंगे. आमसभा में गया जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार सिंह, सचिव हृदय प्रसाद, उप सचिव उदय प्रसाद सिंह, संगठन सचिव तपेश्वर प्रसाद, कामेश्वर यादव, बिंदेश्वरी प्रसाद, कोषाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद, कार्यालय सचिव राजाराम प्रसाद, रामजतन यादव सहित अन्य शामिल हुए.
गृहरक्षकों की पांच मांगें
बिहार गृह रक्षा वाहिनी अधिनियम, 1947 का संशोधन कर सभी गृहरक्षकों को समान काम का समान सुविधा देने, आयु सीमा 58 से बढ़ा कर 60 साल करते हुए जीवन यापन भत्ता देने, सरकारी कर्मियों के अनुरूप साल में दो बार महंगाई भत्ता देने, बिहार गृह रक्षा वाहिनी विभाग में रिक्त तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पदों पर शत-प्रतिशत गृहरक्षकों को समायोजन करने व पूर्व सरकार के आदेशानुसार बिहार पुलिस व बीएमपी-वन, कारा के साथ ही अन्य विभागों में 50 प्रतिशत आरक्षण के साथ ही उम्र सीमा छांट कर समायोजन करने की मांग शामिल है.