21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

न्यायपालिका से भी गरीबों को नहीं मिल रहा न्याय : जीतनराम मांझी

न्यायपालिका से भी गरीबों को नहीं मिल रहा न्याय : जीतनराम मांझीफोटो-गुरुआ के रामभजन पासवान कॉलेज में विश्व मानवाधिकार दिवस पर कार्यक्रम आयोजित संवाददाता, गया/गुरुआगरीबों को न्यायपालिका से भी न्याय नहीं मिल रहा है. न्याय देनेवाले लोग तराजू लेकर बैठे हैं, लेकिन गरीबों को न्याय मिलने में पेंच फंस रहा है. ऐसे में गरीब कहां […]

न्यायपालिका से भी गरीबों को नहीं मिल रहा न्याय : जीतनराम मांझीफोटो-गुरुआ के रामभजन पासवान कॉलेज में विश्व मानवाधिकार दिवस पर कार्यक्रम आयोजित संवाददाता, गया/गुरुआगरीबों को न्यायपालिका से भी न्याय नहीं मिल रहा है. न्याय देनेवाले लोग तराजू लेकर बैठे हैं, लेकिन गरीबों को न्याय मिलने में पेंच फंस रहा है. ऐसे में गरीब कहां फरियाद लगाएं. उनकी कौन सुने. आज न्यायपालिका के खिलाफ बोल रहा हूं, तो हो सकता है कि कल ही वहां से नोटिस आ जाये. लेकिन, हकीकत यही है. ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री (सीएम) सह इमामगंज के विधायक जीतनराम मांझी ने कहीं. श्री मांझी ने गुरुवार को गुरुआ के रामभजन पासवान कॉलेज में विश्व मानवाधिकार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. श्री मांझी ने कहा कि वह जब सीएम थे, तो बहुत तरह की बातें देश-दुनिया में हुई. उनके बयानों की खूब भी चर्चा हुई. लेकिन, सच्चाई बोलने पर क्या हुआ. उन्हें सता से दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेेंक दिया गया. अब न्यायपालिका के खिलाफ बोल रहा हूं, तो वहां से भी कार्रवाई होगी ही. लेकिन, यह सत्य है कि बिहार में सेनारी जैसे कई नरसंहार हुए. एक-एक नरसंहार में 39-39 लोगों की हत्याएं कर दी गयीं. इन घटनाओं के 15-20 साल हो गये हैं, लेकिन अब जाकर इन मामलों में कोर्ट से फैसला आ रहा है. कोर्ट से आरोपितों को माफ कर बरी कर दिया जा रहा है. … तो क्या भूतों ने की थी लोगों की हत्याएं पूर्व सीएम ने कहा कि कोर्ट के फैसलों से तो यही साबित होता है कि पूर्व के वर्षों में बिहार में हुए नरसंहार में लोगों को भूतों ने मारा डाला था. कोर्ट में जज साहब कहते हैं कि साक्ष्य के अभाव में आराेपितों को बरी किया जाता है. लेकिन, सवाल यह है कि कोर्ट में साक्ष्य कहां से मिलेगा? कोर्ट को गवाह चाहिए. यहां तो गवाहों को ही धमकाया जाता है. ऐसी स्थिति में गरीबों के अधिकार की रक्षा कहां से होगी? अधिकारों की रक्षा के लिए ही मानवाधिकार से संबंधित नियम-कानून बनाये गये हैं. लेकिन, लोकसेवकों की लालफीताशाही के चलते मानवाधिकार से भी गरीबों को न्याय नहीं मिल पा रहा है. अनुसूचित जाति/जनजाति (एससी/एसटी) के लोगों की रक्षा के लिए एससी/एसटी एक्ट बनाया गया है. लेकिन, थाने में अगर एससी/एसटी के लोग शिकायत करने जाते हैं, तो वहां भी उन्हें न्याय नहीं मिलता है. ये लोग थाना जाने में डरते हैं. हालांकि, कुछ मामलों में मानवाधिकार ने बीच का रास्ता निकाला है. उससे कुछ लोगों को लाभ भी मिला. जागरूक रहेंगे, तभी मिलेगा अधिकार पूर्व सीएम ने लोगों से अपील किया कि वे अपने अधिकारी के प्रति स्वयं सजग रहें. अधिकारों को लेकर जागरूक रहे. उन्हें इसका लाभ मिलेगा. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, नशाखोरी, दहेज उत्पीड़न सहित अन्य मामलों पर अपनी बातें रखीं और लोगों को जागरूक रहने की अपील की. उन्होंने अधिकार व कर्तव्य के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि दोनों की ही सिक्के के दो पहलू हैं. आप सभी सजग रहेंगे तो अधिकारों का हनन नहीं होगा. शराबबंदी… कहीं अप्रैल फूल न बना दें नीतीश शराबबंदी की घोषणा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रशंसा करते हुए श्री मांझी ने कहा कि उनका यह कदम सराहनीय है. लेकिन, उन्हें नीतीश कुमार की नीयत पर शक हो रहा है. नीतीश कुमार ने अगले साल एक अप्रैल से सूबे में शराबबंदी की घोषणा की है. लेकिन, आशंका है कि नीतीश कुमार कहीं बिहार की जनता को अप्रैल फूल न बना दें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने गुटखा पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन क्या सूबे में गुटखा बिकना बंद हो गया. नहीं, आज भी गुटखा बिक रहा है. कहीं शराबबंदी का हाल गुटखाबंदी जैसा न हो जाये. दहेज उत्पीड़न के बढ़ रहे मामलों पर उन्होंने लोगों से बिना दहेज के शादी-विवाह करने व कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि लोगों को अपने सोच में परिवर्तन लाना होगा. सोच में बदलाव लाये बिना दहेज जैसी कुरीति को समाज से हटाया नहीं जा सकता है. पोस्टकार्ड भेज करें शिकायत, होगी कार्रवाई : राजीव नंदन विश्व मानवाधिकार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में गुरुआ विधायक राजीव नंदन दांगी ने कहा कि जीवन का अधिकार सभी मनुष्य को है. लेकिन, इस जीवन को जीने के लिए कुछ ऐसे भी अधिकार मिले हैं, जो अति आवश्यक हैं. अगर लोकसेवकों की लापरवाही से लोगों को उनके अधिकार नहीं मिल रहे हैं, तो तुरंत शिकायत करें. कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है. 50 पैसे के पोस्टकार्ड पर अपनी शिकायत मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री कार्यालय भेज दीजिए. ठोस कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि वह खुद इलाके का भ्रमण करते रहते हैं. अगर कोई समस्या हो, तो उनसे भी शिकायत करें.इससे पहले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के क्षेत्रीय कार्यालय के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने कॉलेज परिसर में नवस्थापित मानवाधिकार कार्यालय का उद्घाटन फीता काट कर किया. पूर्व सीएम ने कॉलेज से बीए पार्ट थ्री की परीक्षा में टॉप करनेवाली राखी कुमारी, पल्लवी प्रिया व श्वेता शांडिल को सम्मानित किया. इस मौके पर पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, मगध सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष उमेश कुमार वर्मा, पूनम कुमारी, अधिवक्ता राजेश कुमार, भाजपा नेता नंदकिशोर यादव व समाजसेवी जेनी पेरे सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें