गया: गया रेल पुलिस ने 11 महीने पहले चोरी हुई सिम कार्ड के बदौलत नशाखुरानी गिरोह के एक सदस्यों को शुक्रवार की रात छापेमारी कर औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. इसके पास से कई मोबाइल व सिम कार्ड बरामद किये हैं. साथ पूछताछ में गिरोह के कई सदस्यों के नाम उगले हैं. पुलिस सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने की तैयारी में है.
रेल थानाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि 21 दिसंबर 2012 को झारखंड के मंद बुद्धि विद्यालय, बेरमो के बनारस निवासी शिक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह का बैग चोरी हो गया था, जब वह धनबाद-लुधियाना एक्सप्रेस ट्रेन से बनारस जा रहे थे. नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों ने ट्रेन में उन्हें चादर झाड़ कर बेहोशी की दवा से बेहोश कर दिया था व बैग चोरी कर ली थी. उसमें पैसे के अलावा एक सिम कार्ड व तीन एटीएम कार्ड थे. 22 दिसंबर को नशे की हालत में श्री सिंह को ट्रेन में चल रहे स्कॉट ने भभुआ स्टेशन पर उतारा था. उसके बाद अस्पताल में इलाज कराया गया था. होश आने पर 23 दिसंबर को श्री सिंह ने भभुआ में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
गिरोह के सदस्यों ने उनके बैक ऑफ इंडिया, स्टेड बैक ऑफ इंडिया व यूनियन बैक की तीनों एटीएम का प्रयोग कर लगभग दो लाख रुपये निकल लिये. यह पैसे बैग चोरी होने के दो से तीन दिनों में ही औरंगाबाद व पटना शहर के एटीएम से सदस्यों ने किये थे. श्री सिंह ने इस संबंध में गया रेल थाने में सात जनवरी 2013 को प्राथमिकी दर्ज करायी. पुलिस मामले की छानबीन में लगी रही. लगभग 11 महीने बाद श्री सिंह के बैग में रहे एक सिम कार्ड का प्रयोग अपने मोबाइल में औरंगाबाद जिले के थाना मदनपुर निवासी दीपक कुमार करने लगा. पुलिस ने शुक्रवार की रात औरंगाबाद शहर में मुहल्ला कामा बिगहा में पूरे परिवार के साथ किराये के मकान में रह रहे दीपक कुमार को छापेमारी कर पकड़ा लिया. रेल थानाध्यक्ष ने बताया कि चोरी गयी सिम कार्ड के साथ उसके पास कई अन्य सीम व मोबाइल जब्त किये गये हैं. उससे पूछताछ की जा रही है. नशा खुरानी गिरोह का सदस्य होने की बात कबूल की है. पैसे निकासी व अन्य को पकड़ने के लिए उससे पूछताछ चल रही है. कई राज उसने उगल दिये हैं. बड़ी सफलता मिलने की संभावना है.