बारूदी सुरंग मामले में जेल जाने से बचे निर्दोष 24 फरवरी को नक्सलियों ने इमामगंज-डुमरिया मेन रोड पर स्थित सलैया-ठकठकवा मोड़ के पास उड़ा दी थी कोबरा की मिनी बस मामले में कई लोगों के खिलाफ दर्ज हुई थी नामजद प्राथमिकीएक आरोपित युवक ने एसएसपी से मिल कर बतायी आपबीतीरोशन कुमार, गयाइमामगंज विधानसभा क्षेत्र में माओवादी घटना होने पर एफआइआर में निर्दोषों को फंसाने की घटनाएं वर्षों से चली आ रही हैं. लेकिन, इनमें कुछ ही मामलों की जांच हो पाती है. विगत 24 फरवरी को इमामगंज-डुमरिया मुख्य पथ पर स्थित सलैया-ठकठकवा मोड़ के पास भाकपा-माओवादी संगठन द्वारा कोबरा की मिनी बस पर बारूदी सुरंगों से हुए हमले के बाद दर्ज की गयी प्राथमिकी में कुछ वैसी ही घटनाएं हुईं. लेकिन दो वरीय पुलिस अधिकारियों की सजगता से निर्दोष जेल जाने से बच गये. पी कन्नन हुए थे आहत घटना के बाद तत्कालीन एसएसपी पी कन्नन ने बताया कि उक्त मामले में एफआइआर दर्ज कराने के नाम पर तत्कालीन डीएसपी अजय कुमार सिंह ने उनसे बात की और उन्होंने पूर्व डीजीपी अभयानंद के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि नक्सली घटनाओं में नामजद प्राथमिकी दर्ज करने का प्रावधान है. डीएसपी की बात पर उन्होंने अपनी स्वीकृति दे दी. उक्त मामले में एफआइआर भी हो गया. जब एफआइआर में नामजद आरोपितों के नाम सार्वजनिक हुए, तो एसएसपी पी कन्नन ने माथा ठोंक लिया. वह काफी आहत हुए थे. उन्होंने कहा था कि डीएसपी ने उन्हें धोखा दिया. इस घटना से क्षुब्ध एसएसपी ने अपने वरीय अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी.कई निर्दोषों के विरुद्ध दर्ज की गयी थी प्राथमिकीएसएसपी मनु महाराज ने बताया कि 24 फरवरी को कांबिंग ऑपरेशन से डुमरिया स्थित कोबरा कैंप में लौटने के दौरान माओवादी संगठन की टीम ने बारूदी सुरंग के जरिये कोबरा की मिनी बस पर हमला किया था. इसमें कोबरा के दो जवान शहीद हो गये थे. साथ ही, सात जवान घायल हो गये थे. एसएसपी ने बताया कि उक्त घटना को लेकर दर्ज की प्राथमिकी में कई ऐसे युवकों के नाम दर्ज कर दिये गये थे, जो परदेस में रह कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. इस मामले में नामजद आरोपितों के मामले में कई लोगों की शिकायतें मिल रही थीं. इस कांड में फंसा एक आरोपित युवक उनके कार्यालय में आ गया था और अपनी आपबीती सुनायी थी. उस युवक ने कहा था कि जिस कांड में उसे फंसाया गया, उस घटना के कई माह पहले से वह परदेस में रह रहा है. इस बार वह रुपये कमा कर घर जा रहा है. लेकिन, घर जाते ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी. इससे अच्छा है कि उसे गया से गिरफ्तार कर लिया जाय. एसएसपी ने बताया कि युवक ने जिस अंदाज से अपनी बातें रखीं, उससे स्पष्ट हो रहा था कि वह निर्दोष है. इसके बाद शेरघाटी डीएसपी को उक्त कांड में आरोपितों की गिरफ्तारी पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया. एसएसपी ने बताया कि उसी घटना को लेकर कोबरा कांड की समीक्षा की और कई निर्दोषों को जेल जाने से बचाया गया.कोबरा ब्लास्ट कांड में शामिल एक और नक्सली पकड़ायानक्सलग्रस्त इलाकों में बारूदी सुरंगों के जरिये पुलिस वाहनों पर हमला करने में एक्सपर्ट माओवादी मनोज यादव, रमेश यादव व संजू यादव को पुलिस ने पूछताछ कर जेल भेज दिया. लेकिन, उनकी निशानदेही पर डुमरिया पुलिस को एक और नक्सली को पकड़ने में सफलता मिली. डुमरिया थाने की पुलिस ने इमामगंज-डुमरिया मुख्य पथ पर स्थित रजकेल नदी के पास से गुजर रहे नक्सली रामपति दास को गिरफ्तार कर लिया. वह पनकरा पंचायत के सिमरी-पचरुखिया गांव का रहनेवाला है. डुमरिया थाने के दारोगा सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि उक्त चारों नक्सलियों को डुमरिया थाना कांड संख्या (कोबरा मिनी बस को बारूदी सुरंग से उड़ाने की घटना) 73/15 के तहत कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया.
बारूदी सुरंग मामले में जेल जाने से बचे नर्दिोष
बारूदी सुरंग मामले में जेल जाने से बचे निर्दोष 24 फरवरी को नक्सलियों ने इमामगंज-डुमरिया मेन रोड पर स्थित सलैया-ठकठकवा मोड़ के पास उड़ा दी थी कोबरा की मिनी बस मामले में कई लोगों के खिलाफ दर्ज हुई थी नामजद प्राथमिकीएक आरोपित युवक ने एसएसपी से मिल कर बतायी आपबीतीरोशन कुमार, गयाइमामगंज विधानसभा क्षेत्र में […]
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