बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के पीजी में कम सीटों पर नामांकन लिये जाने के विरोध में सोमवार को छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रतिनिधि कुमार जितेंद्र के नेतृत्व में प्रदर्शन किया.
छात्रों का कहना था कि पिछले साल 96 छात्रों का नामांकन हुआ था, जबकि इस साल केवल 48 छात्रों का नामांकन लिया जा रहा है. छात्र प्रशासकीय भवन के प्रवेश द्वार को बंद कर कुलपति कार्यालय के पास आकर नारेबाजी की. इसके बाद डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने छात्रों को कुलपति प्रोफेसर नंदजी कुमार से बात करने के लिए उनके कार्यालय में बुलाया.
छात्रों ने कहा कि कम सीटों पर नामांकन होने के संबंध में पहले भी सूचना दी गयी थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. कुलपति के कक्ष में मौजूद गणित के विभागाध्यक्ष से इसका कारण भी पूछा गया. अंतत: पिछले साल की तरह ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा छात्रों ने प्रथम सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच कराने की मांग की. कुलपति ने इस पर असमर्थता जाहिर करते हुए सिर्फ रि-टोटलिंग कराने की बात कहीं. छात्र संघ (सेंट्रल पैनल) के सचिव दीपक कुमार ने एसएन सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने में विलंब किये जाने का आरोप विश्वविद्यालय प्रशासन पर लगाया.
कुलपति ने इसके लिए पूर्व में किये गये प्रयासों से संबंधित फाइलों की जानकारी ली व उसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का आदेश कॉलेज निरीक्षक डॉ जयराम प्रसाद को दिया. वार्ता के दौरान छात्रों ने बस पास सहित अन्य मांगों का भी उल्लेख किया. कुलपति कक्ष में समस्याओं व मांगों पर वार्ता करने वालों में छात्र संघ (सेंट्रल पैनल) के अध्यक्ष रामनंदन कुमार, छात्र नेता भावानी सिंह, यूआर मुकेश कुमार, ज्ञान प्रकाश, राहुल दीक्षित, सतीश रंजन, मंटू कुमार, राजू कुमार, मुन्ना कुमार, धर्मेद्र कुमार व संदीप कुमार शामिल थे.