गया: औरंगाबाद जिले के खुदवां थाना क्षेत्र के पिसाय गांव के पास माओवादी हमले में सात लोगों की हत्या के बाद पुलिस माओवादियों की रीढ़ तोड़ने के लिए उससे जुड़े लोगों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में जुट गयी है.
अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट (यूएपीए) की धारा 25 के तहत गया जिले के रहनेवाले माओवादी संगठन के तीन समर्थकों की संपत्ति को जब्त करने का प्रस्ताव एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने पुलिस मुख्यालय को भेजा है. इसमें बांकेबाजार थाना क्षेत्र के खजुरिया गांव के निवासी कमर खान उर्फ अयूब खान, बाबूरामडीह (लुटुआ) गांव के निवासी संजय यादव व सोनदाहा गांव के रहनेवाले देवकुमार यादव के नाम शामिल हैं.
इस प्रस्ताव की मॉनिटरिंग स्वयं डीजीपी अभयानंद कर रहे हैं. माओवादी नेता व उनके समर्थकों की संपत्ति की जांच कर जब्ती की कार्रवाई करने में स्पेशल टास्क फोर्स व आर्थिक अपराध इकाई के वरीय अधिकारियों को भी लगाया गया है. माओवादियों की संपत्ति जब्त करने के लिए गृह विभाग के प्रधान सचिव को इसके लिए सक्षम प्राधिकार घोषित किया है.
डीजीपी ने मांगी थी रिपोर्ट
माओवादी नेता व उनके समर्थकों की संपत्ति की जब्ती से संबंधित कार्रवाई यूएपीए की धारा 25 में उल्लेख किये गये नियमों के आधार पर की जा रही है. माओवादी नेता व उनके समर्थकों की जांच में जुड़े जिला पुलिस के अलावा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं. इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि खानदानी संपत्ति को आंच न आये. पुलिस के वरीय अधिकारियों को फंडा है कि माओवादी संगठन से जुड़ कर या माओवादी संगठन के नाम पर लेवी की वसूली कर अजिर्त की गयी संपत्ति को ही जब्त की जाये. डीजीपी ने चिह्न्ति किये गये माओवादियों के विरुद्ध 13 बिंदुओं पर पुलिस अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी. बुधवार को एसएसपी ने कमर खान, संजय यादव व देव कुमार यादव की संपत्ति का ब्योरा पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध करा दिया है.
पुलिस की लगी थी नजर
पुलिस विभाग के रेकॉर्ड में बांकेबाजार के बाबूरामडीह के रहनेवाले संजय यादव व सोनदाहा के देव कुमार यादव माओवादी संगठन से जुड़े हैं. इन पर काफी दिनों से पुलिस की निगाह थी. संभावना जतायी जा रही है कि कमर खान के साथ-साथ संजय यादव व देव कुमार यादव की संपत्ति भी जल्द जब्त होगी.