गया: धनबाद से लायी गयी कार को बेचने के नाम पर हजारों रुपये की धोखाधड़ी करनेवाले गिरोह का खुलासा करने में गया पुलिस जुट गयी है. इस मामले में गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के बेलौटी के रहनेवाले कामाख्या शर्मा व उनके बेटे गौरव (फिलहाल गया शहर में चंदौती मोड़ के पास स्थित प्यारे घराना अपार्टमेंट में रह रहे हैं) ने रोहतास जिले के कोचस थाने के परसिया निवासी मोहम्मद मोइनउद्दीन अंसारी के बेटे नसीम अंसारी को एक इंडिका कार (जेएच17डी/2392) के साथ पकड़ा और गया जिले के सिविल लाइंस थाने की पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने नसीम अंसारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
नसीम की जेब में पाये गये पांच वोटर कार्ड, पांच एटीएम सहित बोधगया स्थित भारतीय स्टेट बैंक में जमा किये गये रुपये की रसीद से संबंधित पूछताछ की. हालांकि, बुधवार की देर शाम तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी थी. सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर नागेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.
इधर, बुधवार की देर रात सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय ने बताया कि नसीम अंसारी, गौरव व कामाख्या शर्मा से कई बिंदुओं पर पूछताछ की गयी है. मामला कार की चोरी से जुड़ा है. गुरुवार को मामले का परदाफाश हो जायेगा.
क्या कहता है आरोपित
नसीम अंसारी ने थाने में प्रभात खबर को बताया कि वह वर्ष 2011 में गया पॉलिटेक्निक से सिविल ट्रेड से पास आउट हुआ. फिलहाल वह बोधगया में एक कंपनी में काम कर रहे हैं. इस दौरान वह अपने परिचित झारखंड के झरिया के रहनेवाले अब्दुल बाकी से वर्ष 2012 में सेवरले कंपनी की स्पार्क कार बेचने के लिए गया लाया. कुछ दिनों बाद गया में कामाख्या शर्मा के बेटे गौरव के हाथों कुछ शर्तो के साथ कार बेच दी. इसके बाद वह इस मामले में कुछ नहीं जानते.