बोधगया : गुजरात के जूनागढ़, तनाजा की गुफाएं, देवलीमोरी व अन्य बौद्ध स्थलों को विकसित किया जायेगा. इसके लिए गुजरात सरकार ने ब्लू प्रिंट तैयार किया है. शनिवार को महाबोधि मंदिर परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदू-बौद्ध समागम के समापन के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में गुजरात सरकार के सचिव अनिल पटेल ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद बौद्ध काल के अवशेषों को बताया.
उन्होंने गुजरात के देवलीमोरी में भगवान बुद्ध के अस्थि कलश रखनेवाले गुंबद के निर्माण के साथ ही इको फ्रेंड्ली म्यूजियम तैयार करने की योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट 2020-21 तक बन कर तैयार हो जायेगा. उन्होंने गुजरात के अमरौली, करिया डोंगर व ऊपर कोर्ट में बौद्ध गुफाओं, बौद्ध मठों व बुद्ध काल से जुड़े अन्य अवशेषों की डाक्यूमेंटरी प्रस्तुत की और कहा कि चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी गुजरात के बौद्ध मठों का भ्रमण किया था.
उन्होंने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तभी से बौद्ध स्थलों को विकसित करने की योजना पर काम जारी है. अब इंटरनेशनल बुद्धिष्ट कन्फेडेरेशन द्वारा म्यूजियम के साथ 108 मीटर ऊंची गुंबद बनाने के लिए गुजरात के वर्तमान सीएम से जमीन की मांग की है. गुजरात के सीएम को इससे जुड़े मेमोरेंडम सौंपे गये हैं.