कार्यक्रम में वक्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद के जीवन व बलिदान पर विस्तार से चर्चा की. मुख्य अतिथि राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि देश की आजादी में चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को भुला नहीं जा सकता है. उनके जीवन से सीख लेने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि बिहार में ब्राह्नाण समाज के लोगों की स्थिति काफी दयनीय होती जा रही है. इस समाज को सरकार की सहायता की जरूरत है. वर्तमान राज्य सरकार को चाहिए की पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के 34 फैसले में शामिल गरीब सवर्णो के आरक्षण के प्रस्ताव को तत्काल लागू कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति में भागीदारी के बिना समाज का विकास संभव नहीं है.
लकिन, आज कल समाज के लोगों की राजनीति में भागीदारी घट रही है. श्री पांडेय ने समारोह में आये समाज के लोगों को अपील की कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा ब्राrाण समाज की उपेक्षा की जाती है, तो एकजुट होकर समाज के लोग अपनी ताकत का एहसास कराएं. उन्होंने कि मगध में गया शहर व गोह विधानसभा सीट पर समाज की दावेदारी बनती है. समारोह को राजकिशोर पांडेय, सुबोध तिवारी, भगवान पांडेय, संतोष कुमार निराला, शशिकांत पांडेय व अरुणोदय मिश्र आदि लोगों ने भी संबोधित किया.