गया: सिविल सजर्न कार्यालय से निर्गत ट्रांसफर ऑर्डर के बावजूद पैरवी के बल पर स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यालयों में तैनात 10 लिपिकों का डेपुटेशन सिविल सजर्न डॉ विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को रद्द कर दिया. उन्होंने यह कार्रवाई प्रमंडलीय आयुक्त व क्षेत्रीय उपनिदेशक, स्वास्थ्य के आदेश के आलोक में की है. इसी प्रकार ट्रांसफर किये जाने के बाद भी अब तक रिलिव नहीं होने वाले दो कर्मचारियों को पदस्थापन के कार्यालय में योगदान देने का आदेश दिया गया.
सिविल सजर्न डॉ विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि जून-2011 व जून-2013 में विभिन्न प्रखंडों में ट्रांसफर किये गये 10 लिपिक नियम के विरुद्ध जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत थे.
इनमें अजय कुमार, अखिलेश प्रसाद व अजय कुमार- सीएस ऑफिस में, रामविनय शर्मा व अजय कुमार-एसीएमओ ऑफिस में, ब्रह्ना प्रकाश-जिला प्रतिरक्षण कार्यालय में, शिव कुमार चौधरी-जन स्वास्थ्य कार्यालय में, शिवशंकर प्रसाद-जिला कुष्ठ इकाई में व सुरेश विश्वकर्मा-जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कार्यरत थे. इस सभी का डेपुटेशन रद्द करते हुए तत्काल प्रभाव से पदस्थापन के कार्यालय में योगदान देने के लिए विरमित कर दिया गया है. इसी प्रकार सीएस ऑफिस में प्रधान लिपिक के पद पर कार्यरत दिलीप कुमार रजक व जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कार्यरत फर्मासिस्ट अनिल कुमार, जो जून-2013 में ट्रांसफर किये जाने के बाद भी अब तक इसी कार्यालय में बने थे को प्रभार सौंप कर पदस्थापन के कार्यालय में योगदान करने का आदेश दिया गया है.