गया: पितृपक्ष मेला-2013 का समापन सुखमय हुआ. मोक्ष की भूमि गयाधाम ने एक बार फिर अपनी मेजबानी से तीर्थयात्रियों को प्रसन्न कर दिया. तीर्थयात्री भी इसकी प्रशंसा कर रहे हैं. गयावासियों ने इसमें काफी सहयोग किया. इससे पदाधिकारियों को कामकाज करने में ज्यादा सुविधा हुई. यहां के लोग शांति व व्यवस्था में विश्वास करते हैं.
ये बातें राज्य के एससी/एसटी कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को मेले के समापन मौके पर विष्णुपद मंदिर प्रांगण में मंच से कहीं. उन्होंने कहा कि अतिथियों को सेवा, सम्मान व प्रतिष्ठा देना गया के लोग जानते हैं, यह साबित कर दिखाया है. मेले की व्यवस्था में सरकार व प्रशासन को सहयोग कर शांति, सेवा, सम्मान व प्रतिष्ठा देने के अपने भाव के साथ गौरवशाली परंपरा की गयावासियों ने मिसाल पेश की. युवा पीढ़ी का आह्वान करते हुए मंत्री ने कहा कि जिस तरह पितरों के प्रति समर्पण का भाव रखते हैं, उससे बढ़ कर अपने गाजिर्यन के प्रति श्रद्धा व सेवा का भाव रखें. उन्होंने मधुश्रवा की दुर्दशा के बारे में सुन कर कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष बात रख कर उसकी बेहतर डीपीआर बनवा काम कराया जायेगा.
रोप-वे के लिए होगी पहल : उन्होंने कहा कि तीर्थस्थल व पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बोधगया से ब्रrायोनि समेत पहाड़ों पर रोप-वे बनवाने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष बात रखी जायेगी. उम्मीद है, जल्दी ही इस पर काम शुरू कराया जा सकेगा. आयुक्त आरके खंडेलवाल ने कहा कि प्रशासन, स्थानीय लोग व स्वयंसेवी संस्थाओं ने टीम भावना से काम किया. इसका प्रतिफल अच्छा निकला. डीएम बाला मुरुगन डी ने कहा कि मेले में व्यवस्था को लेकर सबने सराहना की. उन्होंने कहा कि सफलता आपकी, कमी हमारी. गया जिला का 150वां स्थापना वर्ष आज से शुरू हो गया है. हम एक दिन, दो दिन नहीं, बल्कि इसे पूरे साल मनायेंगे. उम्मीद है, आप भरपूर सहयोग करेंगे.
हर दिन हो बेहतर काम : वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि न सिर्फ पितृपक्ष, बल्कि मातृपक्ष के अलावा हर दिन बेहतर कामकाज करने की जरूरत है, ताकि गयाजी की छवि अच्छी बनी रहे. इस मौके पर गया के डिप्टी मेयर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, डीडीसी गिरिवर दयाल सिंह, रामानुजाचार्य मठ के स्वामी राघवाचार्य,साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद सदय, समाजसेवी शिवराम डालमिया, शिव वचन सिंह, पंडा अमरनाथ धोकड़ी आदि ने संबोधित किया. मेले में बेहतर कामकाज करनेवाले सफाई मजदूरों, पुलिस के जवान व अधिकारी समेत विभिन्न विभागों के कर्मचारी व अधिकारी को प्रशस्ति पत्र, पांच सौ रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया. पंडाजी अमरनाथ धोकड़ी की ओर से अंग वस्त्र देकर मंत्री व जिला प्रशासन के अधिकारियों को सम्मानित किया गया. मंच का संचालन सूचना जन संपर्क पदाधिकारी धीरज नारायण सुशांधु ने किया.