लोगों से घटनास्थल की सही जानकारी नहीं मिलने पर परैया थानाध्यक्ष लालमणि दूबे व मगध मेडिकल थानाध्यक्ष बृजबिहारी पांडेय दल-बल के साथ वहां पहुंचे.
पुलिस ने शव की पहचान कर घटना की जानकारी मोबाइल फोन से उनके परिजनों को दी. मौके पर पहुंचे अजीत के बड़े भाई सुशील यादव ने बताया कि वह कॉलेज के काम से गया शहर आया था. शुक्रवार की देर रात तक अजीत घर वापस नहीं लौटा, तो हमने सोचा कि वह गया में किसी दोस्त के पास या कोंच थाना क्षेत्र के छतिहर गांव स्थित अपने ससुराल में रुक गया होगा. लेकिन, शनिवार की सुबह उसकी हत्या की खबर मिली. रोते-बिलखते परिजनों ने बताया कि अजीत बड़ा ही सज्जन युवक था. उसके व्यवहार की लोग प्रशंसा करते थे. उसकी हत्या के कारणों का खुलासा पुलिस जल्द से जल्द करे. मगध मेडिकल थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.