गया/बाराचट्टी : बाराचट्टी थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर शुक्रवार की रात पशु तस्कर गिरोह ने हवलदार बैजनाथ सिंह की धारदार हथियार से हत्या कर दी और सिपाही राम बच्चन भगत को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया.उसे इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में भरती कराया गया. वह खतरे से बाहर है.
इस मामले में गया की पुलिस ने उतर प्रदेश के नौबतपुर थाने की पुलिस के सहयोग से जीटी रोड से भाग रहे पशु तस्कर गिरोह से जुड़े मीर जमीरुद्दीन नामक व्यक्ति को 22 गायों से लदे ट्रक के साथ पकड़ा है.
गया पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. हवलदार झारखंड के चतरा जिले के टंडवा थाने के रक्सी गांव के रहनेवाले थे. शुक्रवार की ही देर रात डीएम के निर्देश पर शव का पोस्टमार्टम किया गया.
शनिवार की सुबह पुलिस लाइंस में एसएसपी निशांत कुमार तिवारी, सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, एएसपी अशोक कुमार सिंह, सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय, शेरघाटी के डीएसपी राजेश कुमार, सार्जेट मेजर कल्पनाथ सिंह, बाराचट्टी थानाध्यक्ष संजय कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने उनके शव को सलामी दी.
इसके बाद एक वाहन से शव को उनके पैतृक गांव रक्सी भेज दिया गया. इस घटना को लेकर बाराचट्टी के पशुपालन पदाधिकारी डॉ संजय कुमार वर्मा के बयान पर थाने में दो प्राथमिकियां दर्ज करायी गयीं.
इधर, एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि इस मामले में बाराचट्टी के थानाध्यक्ष संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है. फिलहाल, कन्हैया सिंह को थाने की जिम्मेवारी दी गयी है.
बिना कागजात के दो ट्रकों को पकड़ा : थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पशुक्रूरता की रोकथाम के लिए काम करनेवाली एक निजी संस्था की शिकायत पर शुक्रवार की रात जीटी रोड स्थित सूर्यमंडल चेकपोस्ट पर पशु तस्कर गिरोह की धर–पकड़ के लिए अभियान शुरू किया गया.
इसमें पशुपालन पदाधिकारी डॉ संजय कुमार वर्मा, डोभी के थानाध्यक्ष राहुल रंजन व दारोगा समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे. इस दौरान पुलिस ने डोभी चेकपोस्ट को पार करते हुए पशुओं से लदे दो ट्रकों को पकड़ा. दोनों ट्रकों में सवार लोगों के पास संबंधित कागजात नहीं थे.
पुलिस पदाधिकारियों ने दोनों ट्रकों पर हथियार से लैस एक पुलिस पदाधिकारी व एक सिपाही को बैठा कर ट्रकों को थाने में भेजा. इस बीच, एक ट्रक ड्राइवर ने अपनी गाड़ी की स्पीड तेज कर दी व ट्रक के अंदर बैठे हवलदार बैजनाथ सिंह व सिपाही राम बच्चन भगत पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया.
पशु तस्करों ने हवलदार की कारबाइन व सिपाही की एक–के 47 क्षतिग्रस्त कर दी. दोनों को मरा हुआ समझ कर भगहर गांव के पास ट्रक के नीचे फेंक दिया. हवलदार के शरीर से बहुत ज्यादा खून बह चुका था.
लेकिन, सिपाही ने हिम्मत जुटा कर अपने मोबाइल से घटना की जानकारी पुलिस पदाधिकारियों को दी. तब वहां पुलिस पहुंची और दोनों घायलों को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया. डॉक्टरों ने हवलदार की चिंताजनक स्थिति को देख उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. लेकिन, रास्ते में जहानाबाद के पास हवलदार ने दम तोड़ दिया.