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नये सत्र से हॉस्टलों में नये नियम
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) कैंपस में शैक्षणिक माहौल को और बेहतर करने को लेकर जुलाई से शुरू हो रहे नये सत्र में हॉस्टलों के लिए नये नियम बनाये गये हैं. स्नातकोत्तर(पीजी) में नामांकन लेने के बाद हॉस्टल में रहने के लिए छात्र-छात्राओं को इन नियमों का पालन करना ही होगा. इसके लिए एमयू प्रशासन नियमावली […]
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) कैंपस में शैक्षणिक माहौल को और बेहतर करने को लेकर जुलाई से शुरू हो रहे नये सत्र में हॉस्टलों के लिए नये नियम बनाये गये हैं. स्नातकोत्तर(पीजी) में नामांकन लेने के बाद हॉस्टल में रहने के लिए छात्र-छात्राओं को इन नियमों का पालन करना ही होगा. इसके लिए एमयू प्रशासन नियमावली का एक बुकलेट तैयार करा रहा है.
जानकारी के अनुसार, एमयू के हॉस्टलों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के रेकॉर्ड (नाम व पता) अब एमयू प्रशासन के कार्यालय के साथ-साथ संबंधित विभागों व मगध विश्वविद्यालय थाने में भी उपलब्ध रहेगा. डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि नये सत्र में नामांकन लेनेवाले छात्र-छात्राओं के लिए एक बुकलेट तैयार किया गया है. इसमें हॉस्टल से संबंधित सभी नियम अंकित रहेंगे, जिसे हॉस्टलों में रहनेवाले स्टूडेंट्स को पालन करना होगा. उन्होंने बताया कि बुकलेट की एक प्रति संबंधित हॉस्टलों के वार्डन, सुपरिटेंडेंट, डीएसडब्ल्यू कार्यालय व एमयू कैंपस स्थित थाने में भी उपलब्ध रहेगी. उन्होंने बताया कि थाने में रेकॉर्ड रहने से फायदा यह होगा कि अगर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी कर हॉस्टल में रहनेवाला कोई स्टूडेंट्स भाग गया, तो पुलिस को उसे खोजने में सहूलियत होगी. उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को बुकलेट भर कर हॉस्टल स्वीकृत होने के समय एमयू प्रशासन के पास जमा करना होगा. एमयू प्रशासन बुकलेट की प्रति संबंधित स्थानों तक पहुंचायेगी.
विदेशी छात्रों का भी दर्ज होगा रेकॉर्ड
एमयू कैंपस स्थित हॉस्टल नंबर-तीन में रहनेवाले विदेशी छात्रों का रेकॉर्ड कैंपस स्थित थाने में जमा कराया जायेगा. वैसे, विदेशी छात्रों का रेकॉर्ड एमयू प्रशासन के पास जमा रहता है, लेकिन हर वर्ष एसएसपी कार्यालय से इन छात्रों की जानकारी मांगी जाती है. इसमें कई बार एमयू प्रशासन द्वारा विदेशी छात्रों की विवरणी उपलब्ध कराने में देर हो जाती है. डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय थाने में सभी विदेशी छात्रों का रेकॉर्ड होने पर पुलिस को भी इनके बारे में जानकारी जुटाने में आसानी होगी. गौरतलब है कि हॉस्टल नंबर-तीन में रह कर एमयू के बौद्ध अध्ययन, दर्शनशास्त्र व अन्य विभागों में तिब्बत, म्यांमार व थाइलैंड सहित पूर्वोत्तर राज्यों के करीब 80 से ज्यादा छात्र पढ़ाई करते हैं. वहीं, हॉस्टल संख्या पांच व एक में अन्य छात्रएं और हॉस्टल नंबर सात व चार में छात्र रहते हैं.
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