गया: मंगलवार की रात हमलावरों की गोली से घायल हुए चंदौती थाना क्षेत्र के चौराही के रहनेवाले बिजली मिस्त्री वीरेंद्र यादव का ऑपरेशन बुधवार को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किया गया. डॉक्टरों ने कई घंटों के प्रयास के बाद उसके जबड़े में लगी गोली को बाहर निकाला. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गोली निकल जाने से अब वह खतरे से बाहर है. होश में आने के बाद चंदौती थाने की पुलिस ने उससे कई बिंदुओं पर पूछताछ की. वीरेंद्र के बयान पर एक हमलावर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इस कांड की जांच का जिम्मा चंदौती के थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह को दी.
पुलिस ने घंटों की मशक्कत
मंगलवार की रात चंदौती थाना क्षेत्र के कटारी हिल पुल के पास स्थित तालाब के पास हमलावर द्वारा बिजली मिस्त्री कुंदन यादव के हत्या होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया. लेकिन, थोड़ी ही देर के बाद लोगों ने कुंदन के शव को पुन: अपने कब्जे में ले लिया और चौराही गांव लौट गये.
गांववाले शव के साथ बुधवार को सड़क जाम करने की योजना बना रहे थे. लेकिन, पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया. देर रात में ही सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, एएसपी अशोक कुमार सिंह, डीएसपी (विधि-व्यवस्था) सतीश कुमार, सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय, डेल्हा के इंस्पेक्टर निखिल कुमार, चंदौती थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह सहित नगर प्रखंड के कुजाप व कुजापी पंचायत से जुड़े जनप्रतिनिधि भी चौराही गांव पहुंचे और उग्र परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास किया. करीब दो घंटे तक समझाने के बाद लोग शांत हुए और कुंदन के शव को पुलिस के हवाले कर दिया.
देर रात हुआ पोस्टमार्टम
पुलिस पदाधिकारियों ने मंगलवार की देर रात को ही जिलाधिकारी बाला मुरूगन डी के आदेश पर कुंदन के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. पुलिस पदाधिकारियों को आशंका थी कि इस घटना से क्षुब्ध लोग शव के साथ सड़क जाम भी कर सकते हैं. इस कारण पुलिस पदाधिकारियों ने आनन-फानन में देर रात को ही शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया.