गया/गुरारू: बेतिया जिले के मुफस्सिल थाने के बानुछापर निवासी अधिवक्ता विश्व मोहन मिश्र के घर में उनके सरकारी बॉडीगार्ड रजनीश कुमार की हत्या के मामले तूल पकड़ लिया है. रविवार को गया स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल बोर्ड व मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का दोबारा पोस्टमार्टम होगा. इसकी पूरी वीडियोग्राफी होगी. कोंच थाने के सोनडीहा गांव के रहनेवाले बिहार पुलिस के कमांडो रजनीश को गुरुवार की देर रात नजदीक से गोली मारी गयी थी. शनिवार की सुबह रजनीश का शव सोनडीहा पहुंचा, लेकिन रजनीश की हत्या को लेकर उनके परिजनों ने सवाल उठाना शुरू कर दिये.
घटना के बाद पुलिस द्वारा की गयी एक पक्षीय कार्रवाई से क्षुब्ध परिजनों ने रजनीश का शव लेने से इनकार कर दिया. शव को साथ लेकर आयी बेतिया पुलिस ने इस घटना की जानकारी एसएसपी निशांत कुमार तिवारी को दी. एसएसपी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अशोक कुमार सिंह, टिकारी के डीएसपी तनवीर अहमद व एसडीओ किशोर कुमार, कोंच थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार, गुरारू थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार गहलौत वहां पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया. पर, वहां मौजूद सोलरा पंचायत के पूर्व मुखिया शशि कांत उर्फ संटू सिंह व परिजन रजनीश के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने और हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग पर डटे रहे.
सोची-समझी साजिश
रजनीश की पत्नी प्रियंका उर्फ डॉली ने अधिवक्ता विश्वमोहन मिश्र उर्फ लालू मिश्र व उनके बेटे सन्नी मिश्र पर हत्या करवाने का आरोप लगाया. कोंच थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने डॉली का बयान दर्ज किया. डॉली ने हत्या के पीछे अधिवक्ता के परिवार की सोची समझी साजिश बताया है. उसने कहा कि रजनीश के हत्यारे और कोई नहीं, बल्कि अधिवक्ता विश्व मोहन मिश्र व उसका पुत्र सन्नी मिश्र ही हैं. डॉली ने कहा है कि हत्या की रात करीब 8.30 बजे उनसे बातचीत हुई थी.
वकील अपराधी प्रवृत्ति का
पति ने कहा था कि बेतिया के एसपी एम सुनील कुमार नायक ने उन्हें गलत आदमी के साथ अंगरक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. वह अपराधी प्रवृत्ति का है. रात भर अपराधियों का जमावड़ा रहता था. उसके घर में बैठ कर रात भर लोग नशे का सेवन करते थे. लोग उनकी हत्या करना चाहते हैं और इस कांड में अपने दुश्मन को फंसना चाहते है. पत्नी तथा मृतक की मां ने खुलासा किया है कि बेतिया एसपी एम सुनील कुमार नायक अधिवक्ता परिवार को बचाना चाहते हैं, क्योंकि एसपी का भाई जवाहर नायक अधिवक्ता परिवार का बिजनेस पटर्नर है. इस कारण एसपी ने अधिवक्ता परिवार से मिल कर इस केस को दूसरा मोड़ देना चाहते हैं.
निष्पक्ष जांच का भरोसा
मृतक के परिजनों ने एएसपी से मांग की है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाये. साथ ही जांच से बेतिया एसपी को अलग रखा जाये. मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए टिकारी के विधायक डॉ अनिल कुमार व गुरुआ के विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा भी सोनडीहा गांव पहुंचे. परिजनों को भरोसा दिलाया कि इस कांड की निष्पक्ष जांच के लिए डीजीपी अभयानंद से बात करेंगे.
शिकायत की कॉपी भेजी जायेगी बेतिया
एएसपी ने बताया कि शनिवार को बेतिया पुलिस रजनीश कुमार का शव लेकर सोनडीहा गांव पहुंची, लेकिन उनके परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. इसकी जानकारी पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी गयी. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर कोंच थाने की पुलिस ने सिपाही की पत्नी की शिकायत को दर्ज की. सिपाही के शव का दोबारा पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड व मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कराने का आदेश दिया गया है. डीएम बाला मुरुगन डी से पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया है, लेकिन होने की वजह से शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. रविवार को शव का पोस्टमार्टम होगा. उन्होंने बताया कि सिपाही की पत्नी की शिकायत की कॉपी को बेतिया पुलिस के पास भेज दी जायेगी.