गया: मोक्ष की भूमि पर पितृपक्ष मेले का आगाज हो गया. पर, 17 दिनी इस मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाये रखना नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती है. अभी आलम यह है कि शहर में 60 डस्टबीन उपलब्ध कराने का दावा करने वाले निगम ने बुधवार तक महज 20 डस्टबीन ही मुहैया करा पाये हैं. इसके चलते शहर में कूड़े को एकत्र करने की योजना फेल होती दिख रही है.
आधिकारिक सूत्रों की मानें, तो पितृपक्ष के दौरान मेला क्षेत्र में ही हर रोज लगभग 100 से 150 मीटरिक टन कूड़ा निकलता है. इसके सामने 20 डस्टबीन ऊंट के मुंह में जीरा के समान हैं. हालांकि, अधिकारी अब भी यह दावा कर रहे हैं कि गुरुवार तक 60 की संख्या पूरी कर दी जायेगी और अन्य संसाधनों का प्रयोग कर सफाई व्यवस्था को बनाये रखा जायेगा.
निकलेगा 350 मीटरिक कूड़ा
शहर में हर रोज निकलने वाले कूड़े का औसत लगभग 250 मीटरिक टन है, जो पितृपक्ष के दौरान बढ़ कर लगभग 300-350 मीटरिक टन के आसपास पहुंच जाता है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, प्रत्येक डस्टबीन की क्षमता लगभग 500 किलो कूड़े की है. यानी, 20 डस्टबीन से महज 10 टन ही कूड़ा उठेगा. अब सवाल है कि महज 20 डस्टबीन के सहारे सफाई व्यवस्था को कैसे ठीक रखा जा सकता है. अगर गुरुवार या शुक्रवार तक निगम 60 डस्टबीन भी मुहैया करा देता है, तो भी यही सवाल सामने होगा कि सफाई की व्यवस्था किस प्रकार होगी, क्योंकि इस आंकड़े पर भी नजर डालें, तो 60 डस्टबीन की क्षमता 30 टन होगी.
निगम के अधिकारियों का कहना है कि निगम के पास उपलब्ध आर्थिक संसाधन के अनुसार ही डस्टबीन की खरीद की गयी है. डस्टबीन को मुख्य रूप से धार्मिक स्थलों और धर्मशालाओं के पास रखा जायेगा. इसके अलावा अन्य जगहों पर टेपों-टीपर की मदद से कूड़े उठाने की व्यवस्था की जायेगी. मेयर विभा देवी ने बताया कि सफाई व्यवस्था को बनाये रखने के लिए मेला क्षेत्र में 500 अतिरिक्त लेबर लगाये गये हैं. ये 80 टेंपो की मदद से इन क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था देखेंगे.