फिलवक्त सिविल सजर्न कार्यालय के स्टोर में एक हजार एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध है. गया शहर स्थित जयप्रकाश नारायण अस्पताल समेत जिले के सभी अस्पतालों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही हैं. सूचना है कि कुछ दिनों में और चार हजार वैक्सीन आ जायेंगी. गया शहर समेत पूरे जिले में आये दिन लोग आवारा कुत्ताें, बिल्लियों व सियारों का शिकार होते रहते हैं. ऐसे में रैबीज बीमारी होने की आशंका के बीच वह एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए सरकारी अस्पतालों के चक्कर लगाने शुरू कर देते हैं. अस्पतालों में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में आर्थिक रूप से सक्षम लोग तो प्राइवेट क्लिनिकों में जाकर वैक्सीन लगवा लेते हैं, लेकिन निम्न वर्ग के लोग पैसे के अभाव में भगवान भरोसे रह जाते हैं.
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नहीं होगी दिक्कत: स्वास्थ्य विभाग में एक हजार एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध, डॉग बाइट पर अब तुरंत मिलेगी दवा
गया: डॉग बाइट (कुत्ते काटने) के बाद पिछले दो माह से रैबीज की आशंका के बीच सरकारी अस्पतालों का चक्कर लगा रहे लोगों के लिए एक खुशखबरी है. अब वह मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को छोड़ जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन (इंजेक्शन) लगवा सकते हैं. फिलवक्त सिविल सजर्न कार्यालय […]
गया: डॉग बाइट (कुत्ते काटने) के बाद पिछले दो माह से रैबीज की आशंका के बीच सरकारी अस्पतालों का चक्कर लगा रहे लोगों के लिए एक खुशखबरी है. अब वह मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल को छोड़ जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन (इंजेक्शन) लगवा सकते हैं.
दो माह बाद उपलब्ध हो पायी वैक्सीन : मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में करीब दो माह से एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. इस स्थिति में कुत्ताें के शिकार हुए लोग अस्पतालों से निराश लौटना पड़ रहा था. लेकिन, अब एक हजार वैक्सीन उपलब्ध हो गयी हैं.
स्थानीय स्तर हुई वैक्सीन की व्यवस्था : राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों व सरकारी अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी बिहार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल) की है. लेकिन, संस्था द्वारा एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. ऐसे में जिला स्वास्थ्य समिति ने स्थानीय स्तर पर टेंडर निकाल कर पांच हजार एंटी रैबीज वैक्सीन खरीदने का निर्णय लिया है. फिलहाल एक हजार वैक्सीन आ गयी हैं. कुछ दिनों में और चार हजार वैक्सीन भी उपलब्ध करा दिये जायेंगे.
क्या है रैबीज
रैबीज वायरस जनित एक खतरनाक बीमारी है, जो कुत्ते, बिल्ली व सियार आदि के काटने से मनुष्य समेत अन्य स्तनधारियों में फैलती है. इस बीमारी में केंद्रीय तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है. तत्काल सही इलाज नहीं मिलने पर मरीज की मौत भी हो सकती है. रोग का प्रभाव प्रकट होने में कई माह का समय लगता है.
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