गया: पूर्व-मध्य रेलवे (इसीआर) ने वर्ष 2014-15 सत्र में 10 हजार करोड़ रुपये की आमदनी की है. गौरतलब है कि इस जोन ने पहली बार 10 हजार करोड़ का आंकड़ा छुआ है. इस सत्र में 160 मिलियन टन से ज्यादा सामान की लदान भी हुई. वर्ष 2015-16 में 114 मिलियन टन लदान का लक्ष्य रखा गया है. इसमें कोयले का लदान प्रमुख है. कोयला लदान के लिए एमटी मुगलसराय से आती है. धनबाद से गया के रास्ते हाजीपुर जा रहे पूर्व-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) आदित्य कुमार मित्तल ने सोमवार की शाम गया जंकशन पर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उक्त बातें कहीं.
जीएम ने गया स्टेशन का निरीक्षण भी किया व अधिकारियों के साथ बैठक भी की. उन्होंने लक्ष्य को पाने के लिए व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ नये टर्मिनल खोलने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि गया से हर साल 74 करोड़ रुपये की आमदनी रेलवे को होती है. यहां से हर रोज 22,000 यात्री विभिन्न स्थानों के लिए प्रस्थान करते हैं. गया पर्यटन के नजरिये से भी महत्वपूर्ण स्टेशन है. दानापुर, पटना, राजेंद्र नगर व गया स्टेशन से रेल परिचालन व्यवस्थित करने को लेकर रेल जीएम ने कहा कि टर्मिनल से ही सीधा विभिन्न दिशाओं में गाड़ी के परिचालन की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. 25 मई से एक ट्रेन पाटलिपुत्र स्टेशन से भी खोली जायेगी.
रेल जीएम ने जंकशन की सफाई व्यवस्था, सेकेंड क्लास प्रतीक्षालय का, लिलेन प्रबंधन, वेस्टेज डिस्पोजल की व्यवस्था, सीआइटी, डिप्टी एसएस व टीएनसी कार्यालयों का भी निरीक्षण कर उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी ली.
इस दौरान उन्होंने सीआइटी के पास बड़ा ग्लो साइन, आरक्षण तालिका बोर्ड, एक नंबर प्लेटफॉर्म पर स्थित डीआइसी का स्टोर खाली करने, गार्ड के बक्से की जगह छोटे व हल्के बैग उपलब्ध कराने, प्लेटफॉर्म पर वाटर वेंडिंग मशीन लगाने व इंक्वायरी के पास इलेक्ट्रॉनिक डिसप्ले लगाने का निर्देश दिया. चीफ रिजर्वेशन सुपरिटेंडेंट (सीआरएस) कार्यालय का निरीक्षण कर उन्होंने दलालों से बचने के बारे में भी जानकारी ली.
इस मौके पर एडीआरएम वीआर विपल्लवी, एरिया मैनेजर संदीप कुमार, स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद व अन्य मौजूद थे. इनके अलावा पूर्व सांसद रामजी मांझी, राजद के जिलाध्यक्ष राधेश्याम प्रसाद, इंटक के प्रदेश सचिव अशोक सिंह व जिलाध्यक्ष कृष्णा प्रकाश समेत कई अधिकारी भी मौजूद थे.