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खिजरसराय में छत से कूद कर किसान ने दी जान
खिजरसराय: गया जिले के खिजरसराय की बिहटा पंचायत के कोडिहरा गांव में भरत शर्मा नामक एक 50 वर्षीय किसान ने शुक्रवार की रात करीब नौ बजे छत से कूद कर आत्महत्या कर ली. पता चला है कि छत से कूदने से भरत शर्मा को सिर में गंभीर रूप से चोट लग गयी थी. घरवाले व […]
खिजरसराय: गया जिले के खिजरसराय की बिहटा पंचायत के कोडिहरा गांव में भरत शर्मा नामक एक 50 वर्षीय किसान ने शुक्रवार की रात करीब नौ बजे छत से कूद कर आत्महत्या कर ली. पता चला है कि छत से कूदने से भरत शर्मा को सिर में गंभीर रूप से चोट लग गयी थी. घरवाले व आसपास के लोग उन्हें इलाज के लिए ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया.
मृतक के परिजनों का कहना है कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. धान का पैसा नहीं मिलने से वह परेशान थे. हताशा व निराशा में भरत ने जान दे दी. उनका कहना है कि भरत शर्मा सहित गांव के दर्जनों किसानों ने व्यापार मंडल व पैक्स को धान दिया था. चार महीने बाद भी धान का पैसा नहीं मिला. इसके लिए डीएम से गुहार लगायी गयी. प्रभारी मंत्री श्याम रजक से भी मिलने की कोशिश की गयी, लेकिन वह मीटिंग में होने की वजह से मिल नहीं सके.
डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े : इधर, घटना की सूचना मिलने पर भूमि सुधार उपसमाहर्ता आदित्य कुमार झा, कार्यपालक दंडाधिकारी मो कलामुद्दीन, सहायक जिला आपूर्ति पदाधिकारी सत्यनारायण प्रसाद मौके पर पहुंचे. आक्रोशित लोगों ने भूमि सुधार उपसमाहर्ता के साथ हाथापाई भी की. इसी दौरान थानाध्यक्ष सुशील कुमार राहुल, एसडीओ संजय शर्मा, सरबदहा ओपी प्रभारी अखिलेश्वर शर्मा भी पहुंचे. परिजन मुआवजे व डीएम को बुलाने की मांग पर अड़ गये. उन्होंने सभी अधिकारियों को सामुदायिक भवन में बंधक बना लिया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिले के वरीय अधिकारियों को सूचना भेजी गयी. इसके बाद अपर समाहर्ता (विशेष) प्रमोद कुमार, जिला गोदाम प्रबंधक संतोष कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी आदित्य कुमार पीयूष भी घटनास्थल पर पहुंचे व भरत शर्मा के घर का मुआयना किया. अधिकारियों ने अंत्येष्टि के लिए 3000 रुपये व पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये तत्काल दिये.
भरत शर्मा की चार बेटियां हैं. इनमें दो की शादी हो चुकी है. परिजनों ने बेटियों के भरण-पोषण व पढ़ाई-लिखाई के लिए 10 लाख रुपये व धान का बकाया पैसा देने की मांग की. अधिकारियों ने मंगलवार को कैंप लगा कर धान का पैसा देने का लिखित आश्वासन दिया, इसके बाद गांव के लोगों ने अधिकारियों को मुक्त किया.
भरत शर्मा की मौत संदेहास्पद : डीएम
इस संबंध में डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच के लिए टीम भेजी गयी थी. जांच टीम ने बताया है कि भरत शर्मा का घर एक ही छत का है, जिसकी ऊंचाई सामान्य है. पैक्स अध्यक्ष, व्यापार मंडल अध्यक्ष ने बताया कि भरत शर्मा के नाम से धान जमा ही नहीं है. वह धान के पैसे के लिए आत्महत्या कैसे कर सकते हैं? उनकी दो अविवाहित बेटियों में एक 12 व दूसरी सात साल की है. भरत के घरवालों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं करा कर अंतिम संस्कार कर दिया. इससे संदेह पैदा होता है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच हो रही है.
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