गया: तीन दिनों की सेवा यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गया आने से शहरवासियों को तात्कालिक लाभ के तौर पर गरमी से राहत मिल रही है. लंबे अर्से के बाद शहर में बिजली उपभोक्ताओं को अपेक्षा के अनुरूप बिजली की आपूर्ति की जा रही है. बुधवार को सुबह 7:45 बजे से ही सीएलडी से गया को निर्बाध रुप से 60 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
शहरवासी एसी, कूलर, पंखा,रेफ्रिजेटर व बिजली से चलने वाले अन्य उपकरणों का जम कर लुत्फ उठा रहे हैं. बिजली की निर्बाध आपूर्ति व्यवस्था को देख सभी कह रहे, काश! यह व्यवस्था स्थायी होती. विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, गया शहर के अधिकारियों के अनुसार शहर में नियमित रूप से बिजली आपूर्ति के लिए न्यूनतम 60 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन हाल के दिनों में 30-35 मेगावाट बिजली से ही काम चलाया जा रहा है. एक पखवारा पूर्व तक 20-25 मेगावाट ही मिल रही थी.
इस कारण अक्सर रोस्टर के अनुसार ही शहर के विभिन्न इलाके में बिजली की आपूर्ति की जाती रही है. लोकल फॉल्ट, तकनीकी गड़बड़ी, फ्लैक्च्यूएशन व लो वोल्टेज की समस्या तो आम बातें हैं. उपभोक्ताओं को घंटों बिजली के लिए इंतजार करना पड़ता है. बिजली कब आयेगी, इसकी गारंटी विभाग के अधिकारी तक नहीं देते. और बिजली कब गूल हो जायेगी यह कहा नहीं जा सकता. बिजली की ऐसी विकट परिस्थिति और ऊपर से जलती तपती गरमी से परेशान गयावासी मुख्यमंत्री के आने से बाग-बाग हैं.
दक्षिण क्षेत्र में गुल रही बिजली
शहर के दक्षिण क्षेत्र में रातभर बिजली गुल रही. इससे खास कर सुबह में स्कूल जाने वाले बच्चे काफी परेशान हुए.
फॉल्ट तो छोटी सी थी, लेकिन विभाग के कर्मचारियों के मनमानी के कारण ही कई घरों के परिवार सुबह में पानी तक के लिए तरस गये. मंगलागौरी द्वार के ठीक आगे की पोल से टूट कर विद्युत तार सड़क पर आ गयी.
स्थानीय लोगों के बताने पर कर्मचारियों ने रात में ही तार को जोड़ा दिया. लेकिन विद्युत आपूर्ति नहीं की गयी. इससे रात में ही मोटर पंप से टंकी में पानी भरने वाले लोग वंचित रह गये. बिजली नहीं रहने पर गरमी से परेशान लोग छत पर गये, लेकिन मच्छर के डंक से नींद उड़ गयी.
गुरुआ में लगा ट्रांसफॉर्मर
गुरुआ त्न मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर 24 घंटों के अंदर ही भूरहा में ट्रांसर्फामर बदला दिया गया. यहां ट्रांसर्फामर एक वर्ष से अधिक दिनों से जला हुआ था, जिसके लिए भूरहा व दुब्बा वासी परेशान-परेशान थे. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही थी.