संस्था की बैठक में शामिल लोगों ने माना कि नेपाल पर कुदरत ने जो कहर ढाया है, उसका मुकाबला वहां के लोग अकेले नहीं कर सकते. इस संकट से नेपाल के लोगों को उबारने में भारत व दूसरे मुल्कों को भी अपनी प्रभावी भूमिका का निर्वाह करना होगा. प्रतिज्ञा के अध्यक्ष बृजनंदन पाठक ने कहा कि सोमवार की बैठक में निर्णय लिया गया कि नेपाल में भूकंप से बेघर हुए लोगों की मदद की जायेगी. प्रधानमंत्री राहत कोष के जरिये. श्री पाठक ने बताया कि तुरंत इस दिशा में काम शुरू कर कोशिश की जायेगी कि जल्द से जल्द नेपाल तक गया के लोगों की मदद भी पहुंच सके. उन्होंने गया के उदारमना लोगों की चर्चा करते हुए कहा कि जब-जब ऐसी विपदाएं आयी हैं, लोग मदद में आगे आये हैं.
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड त्रसदी में भी यहां के लोगों आर्थिक मदद भेजी थी. इसी तरह हाल में कश्मीर में आयी भयानक बाढ़ से पीड़ित लोगों को भी यहां से मदद मिली थी. बैठक में श्री पाठक के साथ अनिल कुमार, ललन प्रसाद, सोमनाथ गुप्ता, सच्चिदानंद प्रसाद, गुरुचरण सिंह, मुकेश कुमार मिश्र, युगेश्वर प्रसाद आदि भी मौजूद थे.