बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के मनोविज्ञान विभाग के छात्र-छात्रओं की समस्याओं को देखते हुए विभाग के ढांचागत सुधार पर बल देते हुए जजर्र भवन की मरम्मत का काम जल्द ही शुरू कर दिया जायेगा. बिहार एजुकेशन इन्फ्रास्ट्रर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से एमयू के मनोविज्ञान विभाग के क्लास रूम, कार्यालय, पुस्तकालय व अन्य संसाधनों को बेहतर करने के लिए फिलहाल 30 लाख रुपये एमयू प्रशासन को उपलब्ध कराये गये हैं.
एमयू के सीसीडीसी डॉ संजय तिवारी ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा पहले किस्त के रूप में 30 लाख रुपये उपलब्ध कराये गये हैं. इससे मनोविज्ञान विभाग के कमरों, शौचालय, कॉन्फ्रेंस हॉल आदि को दुरुस्त किया जायेगा. उन्होंने बताया कि विभाग के कमरे जजर्र हो चुके हैं, इस कारण छात्र-छात्रओं को हमेशा भय बना रहता था. यह भी कि विभाग में बिजली की वायरिंग, पेयजल के लिए पाइपलाइन आदि की स्थिति भी खराब हो चुकी है. नामांकित छात्र-छात्राओं कीसंख्या के अनुसार क्लास रूम की भी कमी है. सीसीडीसी ने बताया कि गत वर्ष बिहार एजुकेशन इन्फ्रास्ट्रर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की टीम ने मगध विश्वविद्यालय कैंपस स्थित भवनों का जायजा लिया था. जजर्र भवनों को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करने के लिए अब राशि उपलब्ध करायी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि कमरों की कमी व जजर्र होने के कारण छात्र-छात्रओं को कम जगह में ही पढ़ाई-लिखाई करनी पड़ती है. डॉ तिवारी ने बताया कि जल्द ही काम शुरू करा दिया जायेगा.