बोधगया: नगर पंचायत क्षेत्र में कई योजनाएं निर्धारित समय पर पूरी नहीं हो सकीं. इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पेयजल से जुड़ी योजना हो या फिर पीसीसी से, तय समयसीमा में पूरी नहीं हो पा रही हैं. इस मामले में नगर पंचायत के बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए कई ठेकेदारों से कारण पूछा है. योजनाओं का दोबारा टेंडर निकाल कर उसे पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत का कार्यालय, जो गया-बोधगया रिवर साइड रोड में राजापुर मोड़ के समीप बनाया जाना है, उसका दोबारा टेंडर किया गया है. पहले वाले ठेकेदार ने काम पूरा नहीं किया. यहां 3250 स्क्वायर फुट में 49 लाख की लागत से नगर पंचायत का कार्यालय बनना है. इसी तरह सुजाता बाइपास से उपाध्याय बिगहा देवी स्थान तक का हार्ड सर्फेस रोड के लिए भी दोबारा टेंडर हुआ.
शुरू हो रहे कई काम
गांधी चौक से सूर्यपुरा गांव तक सड़क के किनारे लाइटें लगाने का काम व सभी 19 वार्डो में दो-दो चापाकल और तीन-तीन मिनी हाइमास्ट लाइट लगाने का काम शुरू किया गया है. बीआरजीएफ के रुपये से जापान मंदिर से होते बंगलादेश मोनास्टरी तक नाला बनाने व मियां बिगहा में शौचालय व स्नानघर बनाने के लिए टेंडर हुआ है. लेकिन, अब तक किसी भी ठेकेदार के साथ एग्रीमेंट नहीं हुआ है.
ठेकेदारों को थमाया नोटिस
नगर पंचायत ने एग्रीमेंट करने के बाद कुछ काम कर उन्हें छोड़नेवाले कई ठेकेदारों को नोटिस देकर कारण पूछा गया है. उनसे पूछा गया है कि क्यों नहीं आपकी एजेंसी को काली सूची में डाल दी जाये?
संवेदकों ने पच्छटी मुहल्ले में राजकुमार अग्रवाल से वीरेंद्र यादव के घर तक नाला का निर्माण व कृष्णा प्रसाद के घर से बउआ जी के घर तक पीसीसी का काम पूरा नहीं किया. वार्ड-14 में भी ईंट सोलिंग का काम ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया. हालांकि, नगर क्षेत्र में और भी कई योजनाएं ऐसी हैं, जिन्हें पूर्ण रूप से फाइनल नहीं किया गया है. खासकर, पीसीसी व नाले का निर्माण नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है.