बांकेबाजार: प्रखंड की टंडवा पंचायत के जोंधी के टोला रोरीडीह का रहने वाला अशोक कुमार दास ने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सामान्य में 738 व आरक्षण में 25 वां स्थान प्राप्त कर जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी (डीएमडब्ल्यूओ) पद हासिल कर प्रखंड का नाम रोशन किया है. दास ने बताया कि उनके पिता कोलकाता में फुटबॉल की सिलाई करके परिवार का भरण-पोषण किया है. अशोक कुमार चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. बड़े भाई एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. दूसरा रोशनगंज स्थित मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं.
तीसरा बोकारो स्थित सीसीएल में जूनियर इंजीनियर के पद पर पोस्टेड हैं. इनके पिता का नाम नागेश्वर दास व माता का नाम मूर्ति देवी है. अशोक कुमार की एक सात वर्ष की बच्ची है. अशोक ने मैट्रिक की परीक्षा द्वितीय श्रेणी से न्यू हाइस्कूल कोलकाता, इंटर की परीक्षा शहीद जगदेव कॉलेज, कुर्था व स्नातक गया इवनिंग कॉलेज से किया. फिलहाल वह नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी से एमए कर रहे हैं. वह शिक्षक के पद पर 1999 में बहाल हुए थे, जो सबसे पहले खिजरसराय प्रखंड क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय सिसवर में व 2007 में राजकीय मध्य विद्यालय, तिलैया व फिलहाल राजकीय मध्य विद्यालय जमुआरा कलां में प्रभारी प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत हैं. वह अपनी सफलता में अपना श्रेय पिता के बाद खुद अपना मेहनत मानते हैं.
इन्होंने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया. केवल साक्षात्कार के लिए मंथन कोंचिग पटना गये थे. बांकेबाजार के बीडीओ नरेश प्रसाद भी इन्हें प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए प्रेरित रहते थे. इसके अलावा जमुआरा कलां के रहने वाले विक्की कुमार व शंकरपुर गांव के अमित कुमार भी इस प्रतियोगिता में अपना पद प्राप्त कर इलाका का नाम रोशन किया है.