गया: राज्य में सार्वजनिक चापाकलों में जहर मिलाने की घटनाओं को नगर निगम ने भी गंभीरता से लिया है. निगम अपने सभी वाटर स्टोरेज सेंटरों पर पुलिस बल की तैनाती कराने पर विचार कर रहा है. 14 अगस्त को प्रस्तावित निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर विचार किया जायेगा. निगम अधिकारियों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, वाटर स्टोरेज सेंटरों पर सुरक्षा नहीं होने की वजह से असामाजिक तत्वों द्वारा कभी बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है.
इसलिए, अब वाटर स्टोरेज स्टेशनों पर सुरक्षा की व्यवस्था मुहैया करायी जायेगी. आधिकारिक सूत्रों की मानें, तो वर्तमान में भी वाटर स्टोरेज सेंटरों पर कई गड़बड़ियां पायी जाती हैं. पंचायती अखाड़ा वाटर स्टोरेज सेंटर में अक्सर सप्लाइ पाइप में कचरा भर दिया जाता है. शहर को पानी देने के लिए निगम के पास चार वाटर स्टोरेज सेंटर हैं-मुरली हिल, रामशिला, पंचायती अखाड़ा व मंगला गौरी.
प्रहरियों की बढ़ेंगी सुविधाएं
इस बार स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में जलापूर्ति व्यवस्था पर ही विशेष ध्यान होगा. स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में मंगला गौरी, मुरली हिल व रामशिला वाटर स्टोरेज सेंटरों में छोटी-मोटी त्रुटियों को सुधारने के लिए दो लाख रुपये निकाले जाने पर भी विचार करने की संभावना है. साथ ही जलापूर्ति कार्य की देख-रेख करने वाले रात्रि प्रहरियों को भी टॉर्च सहित अन्य सुविधाएं प्रदान करने पर बात बन सकती है. इसके अलावा पितृपक्ष को देखते हुए पंपिंग सेंटरों की मरम्मत भी होगी. स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में शामिल अन्य एजेंडे में मैनहोल कवर के लिए पांच लाख रुपये की स्वीकृति, बंद पड़े लाइटों की मरम्मत व विकास कार्यो की समीक्षा होगी.