गया: चाइल्ड लाइन ने लावारिस बच्ची ‘परी’ को बिहार शरीफ स्थित मदर टेरेसा अनाथालय के हवाले कर दिया. गत 20 जुलाई को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमएमसीएच) के न्यू नेटल इंसेंटिव केयर यूनिट से परी को चाइल्ड लाइन लाया गया था. लावारिस बच्ची के बारे में ‘प्रभात खबर’ ने 13 जुलाई के अंक में ‘नवजात बच्ची को ममता की छांव की दरकार’ शीर्षक से खबर छापी थी.
इसके बाद सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक चौधरी इमरान रजा की नेतृत्व में चाइल्ड लाइन की टीम नवजात बच्ची को देखने अस्पताल पहुंची थी. इसी दिन ‘परी’ को चाइल्ड लाइन के हवाले करने का निर्णय लिया गया था. कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद व अस्पताल अधीक्षक डॉ सीताराम प्रसाद के आदेश पर 20 जुलाई को शिशु रोग विभाग के डॉक्टर रवींद्र कुमार से चाइल्ड लाइन की को-ऑर्डिनेटर सुनीता शर्मा ने रिसीव की थी.
सुनीता शर्मा ने बताया कि आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी कर आठ अगस्त को ‘परी’ को बिहार शरीफ स्थित मदर टेरेसा अनाथालय के हवाले कर दिया गया. संस्था की सदस्य विभा कुमारी व निशा कुमारी ने बिहारशरीफ जाकर अनाथालय की सचिव बबीता कुमारी को सौंपा. वहां दो माह तक फोस्टर केयर में रखने के बाद एडप्टेशन प्रोसेस किया जायेगा. इस प्रकार ‘परी’ के भाग्य का फैसला होना अब भी बाकी है. गोद लेने वालों पर ही ‘परी’ का तकदीर निर्भर करेगा.