* उग्र किसानों ने मानपुर सब स्टेशन पर बोला धावा, फीडर को कराया बंद
* विद्युत कार्यपालक अभियंता को झेलना पड़ा किसानों का आक्रोश
* किसानों ने अधिकारियों को खूब सुनायी खरी–खोटी
* कहा, एसी में बैठ कर आराम फरमा रहे अधिकारी, नहीं है किसानों से कोई मतलब
* आपकी तरह हमें नहीं मिलता बिना काम के मेहनताना
मानपुर : आखिरकार मानपुर प्रखंड के किसानों ने अपना धैर्य खो दिया. विद्युत विभाग के अधिकारियों की कारगुजारी को देखते हुए किसानों ने शनिवार को अबगिला पहाड़ी के पास स्थित मानपुर सब–स्टेशन पर धावा बोल दिया और वहां चालू सभी फीडर को जबरन बंद करा दिया.
इस दौरान उग्र किसानों ने सब–स्टेशन में मौजूद सभी अधिकारी व कर्मचारियों को घेरा लिया और कहा कि शहर में एसी कमरों में बैठ कर बिजली विभाग के अधिकारी आराम फरमा रहे हैं. बिजली की आपूर्ति हो या नहीं हो, इससे अधिकारियों को पेमेंट थोड़े कम जायेगा. महीना पूरा तो उनके खाते में पेमेंट चला जाता है, लेकिन अधिकारियों ने कभी यह सोचा है कि किसानों के घरों में बने कोठी में अनाज अपने आप नहीं चला जाता है. अनाज उपजाने के लिए खेतों में खून पसीना बहाया जाता है. समय पर फसल की पटवन की जाती है, तभी फसल होती है. पर, इस सुखाड़ में खेतों में दरार पड़ गयी है. राज्य सरकार ने किसानों को प्रतिदिन 12 घंटे नियमित बिजली उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी भी दी जा रही है कि गया जिले को 56 मेगावाट बिजली दी जा रही है, लेकिन जब बिजली आपूर्ति करने के संसाधन ही सुदृढ़ नहीं होंगे, तो किसानों के पास बिजली कैसे पहुंचेगी. जब बिजली ही नहीं रहेगी, तो इस सुखाड़ में खेतों का पटवन कैसे होगा. किसानों का कलेजा सूख रहा है और अधिकारी फाइलों में ट्रांसफॉर्मर की मरम्मती कर रहे हैं.
किसानों द्वारा लगातार कड़े शब्दों का प्रयोग करने से सब–स्टेशन में मौजूद बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने वहां निकल जाने में ही भलाई समझी. एक–एक कर सभी कर्मचारी सब–स्टेशन से निकल गये और इस घटना की जानकारी विद्युत विभाग के ग्रामीण कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को दी. उस समय कार्यपालक अभियंता समाहरणालय में जिलाधिकारी बाला मुरुगन डी के साथ बैठक में बैठे थे.
* .और फूट पड़ा गुस्सा
घटना की जानकारी मिलते ही कार्यपालक अभियंता तुरंत सब–स्टेशन पहुंचे. कार्यपालक अभियंता को देख किसानों को गुस्सा फूट पड़ा. किसानों ने कार्यपालक अभियंता को कड़े शब्दों में कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ट्रांसफॉर्मर जला है. अधिकारियों ने समय रहते अगर ब्रेकर व केबल की मरम्मत कर दी होती या नया लगा दिया होता, तो पांच एमवीए का ट्रांसफॉर्मर नहीं जलता. अब ट्रांसफॉर्मर जल गया है तो फीडर नंबर तीन, चार व एक से रोटेशन के आधार पर अन्य स्थानों में बिजली की सप्लाइ की जा रही है. इस दौरान कार्यपालक अभियंता को किसानों का आक्रोश झेलना पड़ा.
* पहुंचा पांच एमवीए का ट्रांसफॉर्मर
बुधवार की सुबह सब–स्टेशन में पांच एमवीए का ट्रांसफॉर्मर में आग लगने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इससे बिजली विभाग को करीब 50 लाख रुपये को नुकसान हुआ. शनिवार की शाम सब–स्टेशन में पांच एमवीए का नया ट्रांसफॉर्मर पहुंच गया है. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि रविवार की सुबह सात बजे से ट्रांसफॉर्मर को लगाने का काम शुरू होगा. इसे लगाने में करीब 12 घंटे लगेंगे.
इस दौरान सब–स्टेशन से मानपुर के सभी इलाके में 12 घंटे के लिए विद्युत आपूर्ति ठप रहेगी. सब–कुछ ठीक रहा, तो रविवार की रात को ट्रांसफॉर्मर को चार्ज किया जायेगा और सोमवार की सुबह से विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी.
* समय–समय पर हो जांच
बिजू बिगहा के चुन्नु सिंह, टिंकू सिंह, ननौक के परमेश्वर प्रसाद, भेड़िया के संजय सिंह, महुआर के सूर्यदेव प्रसाद, भुआलपुर के सुधीर सिंह, नौरंगा पंचायत की मुखिया रिंकी देवी सहित अन्य ने कहा कि विद्युत पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण उन्हें नियमित बिजली नहीं मिल रही. अफसर हाथ पर हाथ धरे आराम से बैठे हैं और किसान आये दिन नयी–नयी मुश्किलों का सामाना कर रहे हैं.
पटवन के लिए किसानों का इस बार भगवान पर से भी भरोसा उठ गया है. पर, अगर किसानों को 10-12 घंटे बिजली मिले, तो पटवन करने में सुविधा होगी. उन्होंने बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों से मांग की है कि समय–समय पर सब–स्टेशन में लगाये गये ट्रांसफॉर्मर, ब्रेकर, केबल सहित अन्य उपकरणों की जांच करते रहें, ताकि समय पर उपकरणों को बदला जा सके.