इससे महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी व मानसिक व आर्थिक रूप से सबल हो पायेंगी. उक्त बातें सोमवार को मगध विश्वविद्यालय के नारी शिक्षा विभाग व जन शिक्षण संस्थान, गया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित क्षमता संवर्धन कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कही. कार्यक्रम में नारी शिक्षा पर विशेष बल देते हुए विभागाध्यक्ष कुसुम कुमारी ने कहा कि नारी व पुरुष दोनों में बराबर क्षमता होती है. जरूरत है सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ उन्हें मानसिक व आर्थिक रूप से सबल बनाने की. उन्होंने कहा कि महिलाओं में क्षमता संवर्धन का कार्यक्रम समय की मांग है व इसके लिए एमयू की नारी शिक्षा विभाग प्रयत्नशील है.
कार्यक्रम का उद्घाटन व सत्र की अध्यक्षता दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो सुरेंद्र कुमार ने की. इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान की पूर्व अध्यक्ष रेणुका पालित, एमयू के संस्कृत के विभागाध्यक्ष प्रो मुनेश्वर प्रसाद, अंगरेजी विभाग से डॉ नीरज कुमार व अन्य ने लोगों ने भी संबोधित किया व महिला सशक्तीकरण की दिशा में व्यावसायिक प्रशिक्षण को जरूरी बताया. कार्यक्रम की देखरेख जन शिक्षण संस्थान के निदेशक डॉ नरेश झा ने किया व इससे पहले प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षु, मगही विभाग की डॉ किरण कुमारी शर्मा ने अन्य प्रशिक्षुओं को विषय वस्तु से अवगत कराया. धन्यवाद ज्ञापन जन शिक्षण संस्थान की कार्यक्रम पदाधिकारी रितू रानी ने किया. जन शिक्षण संस्थान के पदाधिकारियों, अनुदेशक व अनुदेशिकाओं के लिए क्षमता संवर्धन कार्यक्रम 28 फरवरी तक चलेगा.