गया: शुक्र है, 49वें दिन ही सही, पर नगर निगम प्रशासन ने ऐतिहासिक धरोहर राजेंद्र टावर की सुध तो ली. शुक्रवार को इसके क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू कर दी गयी. 22 जून की रात एक अनियंत्रित ट्रक की टक्कर से टावर का एक पाया टूट गया था. इसके बाद से यह इसी अवस्था में रहा. चौक स्थित दुकानदारों ने कई बार स्थानीय पार्षद व निगम अधिकारियों से टावर की मरम्मत कराने की मांग भी की थी.
इतने दिनों से इस ऐतिहासिक टावर के क्षतिग्रस्त रहने से शहरवासियों में भारी नाराजगी रही. प्रभात खबर ने आठ अगस्त के अपने अंक में ‘47 दिनों में भी नहीं बना राजेंद्र टावर’ शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. इसके बाद जिला प्रशासन व नगर निगम की कुंभकर्णी निंद्रा टूटी और मरम्मत का काम शुरू हुआ.
काम शुरू होने से लोगों में खुशी है. इधर, युवा प्रयास संस्था ने भी टावर की मरम्मत नहीं कराने पर नाराजगी जतायी थी. संस्था के सदस्यों ने स्पष्ट कहा था कि 15 अगस्त तक टावर की मरम्मत नहीं करायी गयी, तो संस्था के सदस्य शहर भर में भिक्षाटन कर इसकी मरम्मत करायेंगे. शुक्रवार को काम शुरू होने के बाद संस्था के मीडिया प्रभारी सतीश कुमार ने खुशी जाहिर की. उन्होंने बयान जारी कर बताया कि प्रशासन ने काफी देर के बाद अपनी जिम्मेवारी निभायी है.