मानपुर: ‘बेटवा के हम बड़ी जतन से पढ़इलीए हल रे बाप… आज ऊ अपन जिंदगिया कइसे त्यागलक, अब केकरा पर बाबू बने के सपना देखबई गे माई. उक्त बातें बुनियादगंज थाना क्षेत्र के मदाड़पुर गांव स्थित किसान शिववचन सिंह की 65 वर्षीया पत्नी ज्ञानती देवी बेटे आकाश की मौत के बाद दहाड़े मार कर रोती हुईं कह रही थीं. अपने परिजनों व पड़ोसी महिलाओं के बीच रो-रो कर ज्ञानती का बुरा हाल है.
आकाश के पिता 75 वर्षीय शिववचन सिंह के सारे सपने चूर-चूर हो चुके हैं. वह ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं. गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. गांव की महिलाएं व युवक अपने-अपने दरवाजे पर खड़े होकर आगंतुकों को सिर्फ टकटकी निगाहों से देखते हैं. आसपास के किसी भी घर में बुधवार की शाम को चूल्हा नहीं जला था. जानकारी के अनुसार, दिल्ली से मृतक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र आकाश का शव शुक्रवार की दोपहर तक गांव पहुंचने की संभावना है.
आकाश की प्रारंभिक पढ़ायी सरस्वती विद्या निकेतन, मानपुर में हुई व कक्षा छह से 10वीं तक की पढ़ाई नवोदय विद्यालय, जेठियन में पूरी की. मृतक के बड़े भाई आनंदी सिंह खेती करते हैं. दूसरा अरुण कुमार सिंह आर्मी का जवान हैं. तीसरा भाई आलोक कुमार सिंह पांच साल से घर से लापता है. इकलौती बहन नीलू कुमारी का भी रो-रो कर बुरा हाल है.