बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के छात्र संघ को भंग कर चुनाव कराने के मामले को लेकर विरोध शुरू हो गया है. बुधवार को छात्र संघ(सेंट्रल पैनल) के अध्यक्ष रामनंदन कुमार के नेतृत्व में कई छात्र प्रशासनिक भवन स्थित डीएसडब्ल्यू व कुलसचिव के कार्यालय के सामने नारेबाजी की. छात्रों का कहना था कि अभी चुनाव हुए एक साल भी पूरा नहीं हुआ और विश्वविद्यालय प्रशासन फिर से चुनाव कराना चाहता है. छात्रों ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ का चुनाव मगध विवि से पहले हुआ था, लेकिन वहां अब तक छात्र संघ को भंग नहीं किया गया है.
छात्र संघ के अध्यक्ष ने कुलपति के नाम से कुलसचिव डॉ डीके यादव को एक ज्ञापन सौंपा है. इसमें कहा गया है कि लिंगदोह कमेटी में छात्र संघ का कार्यकाल एक साल निर्धारित है. छात्र संघ को राज्य सरकार, राजभवन, उच्च शिक्षा, सीनेट व सिंडिकेट से अनुमति के बगैर भंग नहीं किया जाये. अध्यक्ष ने मांग की है कि जब तक छात्र संघ का चुनाव की तिथि निर्धारित नहीं कर दी जाती तब तक पहले से कार्यरत छात्र संघ की कमेटी बरकरार रहे. साथ ही छात्र संघ का अधिकार भी सुनिश्चित करने की बात कही गयी. इसके अलावा पूर्व में किये गये मांगों को अविलंब पूरा करने की भी मांग की गयी.
कमेटी करेगी चुनाव का फैसला
मगध विश्वविद्यालय परिसर सहित विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में छात्र संघ के चुनाव की तिथि निर्धारित करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जायेगा. विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ सीताराम सिंह ने बताया कि अब मगध विश्वविद्यालय व विभिन्न कॉलेजों के प्रतिनिधियों की कमेटी बनायी जायेगी. कमेटी यह निर्णय लेगी कि छात्र संघ का चुनाव कब कराया जाय. उन्होंने बताया कि प्रभारी कुलपति होने के कारण अभी छात्र संघ के चुनाव को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सकता है. इसके लिए जल्द ही एक कमेटी बनायी जायेगी, जो लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का अध्ययन कर अंतिम फैसला लेगा. छात्र संघ को भंग करने का निर्णय भी कमेटी द्वारा ही लिया जायेगा.