शोकसभा में वक्ताओं ने कहा कि डॉ मिश्र ने 1965 से 2005 तक एमयू में सेवा दी. वह 2001 से 2005 तक एआइ एंड एएस विभाग के अध्यक्ष रहे. 2001 से 04 तक समाज विज्ञान संकाय के डीन रहे. 2003 में एमयू के प्रभारी कुलपति भी रहे. कहा गया कि डॉ मिश्र भारतीय पुरातत्व के ज्ञाता थे. उन्हें प्रशासन चलाने का अनुभव भी था. वह फिलहाल शाक्यमुनि कॉलेज के शासी निकाय के अध्यक्ष थे. उनका निधन 27 जनवरी को वाराणसी में हुआ. वाराणसी में ही उनका दाह संस्कार किया गया. पूर्व विधायक सह एआइ एंड एएस के शिक्षक डॉ विनोद कुमार यादवेंदु ने कहा कि डॉ मिश्र ने प्राचीन भारतीय सामाजिक व सांस्कृतिक इतिहास से संबंधित कई पुस्तकों व शोध पत्रों की रचना की.
शिक्षक डॉ विनय कुमार मिश्र ने हर वर्ष एमयू में उनकी याद में अंतरराष्ट्रीय व्याख्यानमाला का आयोजन कराने की घोषणा की. शोकसभा में एआइ एंड एएस विभाग के शिक्षक डॉ राम स्वरूप सिंह, डॉ विष्णु शंकर, डॉ कैलाश प्रसाद, डॉ एक्यू अंसारी, डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ अलख निरंजन प्रसाद, डॉ अवधेश प्रसाद सिंह, डॉ जितेंद्र कुमार आदि शामिल हुए. उधर, शाक्यमुनि कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी संघ ने अध्यक्ष अशोक कुमार के नेतृत्व में शोकसभा कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.