उधर, ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय भवन का निर्माण नहीं किये जाने, पिछले कई वर्षो से प्रधानाध्यापक द्वारा छात्रवृत्ति व पोशाक योजना के रुपये नहीं बांटने व मेनू के अनुसार छात्र-छात्राओं को मध्याह्न् भोजन नहीं दिये जाने के विरोध में ग्रामीणों ने विद्यालय में ताला जड़ दिया था. उन लोगों का कहना है कि जब तक उच्च पदाधिकारी विद्यालय पहुंच कर हमलोगों से बातचीत कर समस्या का समाधान नहीं निकालते हैं तब तक हम लोग विद्यालय का ताला नहीं खोलेंगे.
इधर, इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शंभु शरण प्रसाद पूछे जाने पर टाल-मटोल सा जवाब दिया. उन्होंने बताया कि विद्यालय में ताला ग्रामीणों द्वारा ताला लगाये जाने का मामला मेरे संज्ञान में है. समयानुसार वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया जायेगा. विदित हो कि मध्य विद्यालय मझिगांव में विगत 13 जनवरी से ग्रामीणों द्वारा ताला जड़ दिया गया था. जिसके कारण विद्यालय के छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन बाधित हो रहा है. बच्चे प्रतिदिन विद्यालय जाते हैं पर वहां ताला लगा देख वापस आ जाते हैं. इधर कुछ ग्रामीणों का कहना है कि पदाधिकारियों को विद्यालय आकर ग्रामीणों से बातचीत करके समस्याओं का हल निकाल लेना चाहिए.