गया: कुलाधिपति के निर्देश पर राजभवन से जारी पत्र के आलोक में मगध विश्वविद्यालय के अधीन संचालित संबद्ध कॉलेजों में शासी निकाय का गठन कराने के लिए शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कराने का आदेश दिया गया था, लेकिन अधिकतर कॉलेजों में गुटबाजी के कारण चुनाव कराने संबंधी पत्र ही गायब कर दिया गया.
परिणामस्वरूप शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कुछ ही कॉलेजों में कराये गये, लेकिन जब कॉलेज के प्रधानाचार्य व सचिव को इसकी जानकारी मिली, तब तक चुनाव कराने की तिथि समाप्त हो गयी थी. इस कारण विवि प्रशासन से पुन: शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कराने की तिथि घोषित करने की मांग की गयी, लेकिन आयुक्त कुलपति के प्रभार में रहने के कारण दोबारा चुनाव कराने के लिए समय नहीं दिया गया.
अब डॉ नंदजी कुमार के कुलपति बनाये जाने के बाद कॉलेज संचालकों में उम्मीद बढ़ी है कि मांग पूरी होगी. संबद्ध कॉलेजों के संचालकों का कहना है कि शासी निकाय के गठन के बाद अधिकतर कॉलेजों में विवाद स्वत: समाप्त हो जाने की प्रबल संभावना है. इस कारण अधिकतर कॉलेज के लोग शिक्षक प्रतिनिधि का चुनाव कराने के पक्ष में हैं.