प्रमंडलीय कार्यालय के सभागार में आयुक्त आरके खंडेलवाल, औरंगाबाद के डीएम नवीनचंद्र झा व रोहतास के डीएम संदीप कुमार की मौजूदगी में बालू घाटों की बंदोबस्ती के मैदान में उतरे पांचों कंपनियों के कागजात की जांच की गयी. लेकिन, संबंधित दस्तावेज में कमी होने के कारण पांचों कंपनियों के दावों को निरस्त कर दिया गया. अब 19 जनवरी को बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी. मगध प्रमंडल के खनन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि बालू घाटों की बंदोबस्ती में शामिल होनेवाले लोगों को अब नये सिरे से आवेदन देना होगा. 19 को औरंगाबाद व रोहतास के बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी.
अधिकारियों का कहना है कि पुलिस विभाग द्वारा निर्गत किये गये आचरण प्रमाणपत्र में स्थायी पता का वेरिफिकेशन है, लेकिन अस्थायी पता का वेरिफिकेशन नहीं है. अस्थायी पता का भी वेरिफिकेशन होना आवश्यक है. श्री यादव ने बताया कि उन्हें अस्थायी पता का वेरिफिकेशन कराने में कोई समस्या नहीं है. लेकिन, पुलिस विभाग के पास आचरण प्रमाणपत्र का जो आवेदन है, उसमें अस्थायी पता का कोई कॉलम नहीं है. जब कॉलम ही नहीं है, तो पुलिस अधिकारी अस्थायी पता का वेरिफिकेशन कर उसे दर्ज कहां करेंगे? बालू घाटों की बंदोबस्ती को लेकर प्रमंडलीय कार्यालय व डीएम ऑफिस के बाहर देर शाम तक लोगों की चहल-पहल बनी रही. ऑफिस के बाहर वाहनों की कतारें लगी रहीं. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे. सिविल लाइंस थाने की पुलिस के अलावा पुलिस लाइंस के कई पुलिस पदाधिकारी व सिपाहियों की तैनाती की गयी थी.