गया: महाबोधि मंदिर एक्ट में संशोधन कर गैर हिंदू को भी अध्यक्ष बनाये जाने की खबर के बाद शहर में माहौल गरम हो गया. कई संगठनों के वरीय सदस्यों के विरोध के बाद रविवार को बजरंग दल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका.
चांदचौरा मोड़ पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध किया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह के फैसले हिंदू धर्म को आहत करने के लिए किया जा रहा है. महाबोधि मंदिर सनातन धर्म का ही एक अंग है.
इस मंदिर में भगवान बुद्ध के अलावा शिवलिंग, पांच पांडव, बागदेवी और मां तारा के मंदिर भी हैं. कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने संशोधन की बात कह कर आदि गुरु शंकराचार्य व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा 1949 में हुए संधि का भी अपमान किया है. बजरंग दल ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार इस पर आगे कदम बढ़ाती है तो संगठन व्यापक आंदोलन करेगा. इस मौके पर जिला संयोजक प्रकाश कुमार गुप्ता, महानगर सह संयोजक शशिकांत मिश्र, चंदन भारती, मनीष बिट्ठल समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.