गया: मगध विश्वविद्यालय के सभी 44 अंगीभूत कॉलेजों के प्रधानाचार्यो की बैठक विश्वविद्यालय के प्रशासकीय भवन में हुई. इसकी अध्यक्षता प्रभारी कुलपति आरके खंडेलवाल ने की. इस दौरान इन कॉलेजों की समुचित देखरेख के लिए चार भागों में बांटा गया. वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई को लेकर उत्पन्न गतिरोध दूर करने को लेकर विचार-विमर्श हुआ. इसमें कॉलेजों से प्राप्त कागजात देखे गये. इनमें बहुत कोर्स की पढ़ाई 1995 -96 से ही हो रही है. इसका अनुमोदन नियम व परिनियम के अनुसार प्राप्त है. इसके बाद 2004 व 2006 में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई शुरू हुई है.
इस कारण इस समस्या का निदान करने में विवि प्रशासन सफल होगा. कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति व पठन-पाठन पर भी चर्चा हुई. कॉलेज के शिक्षकों पर भी काम का बोझ देने का निर्देश दिया गया. कॉलेजों की आधारभूत संरचना सुदृढ़ करने, नैक से मान्यता प्राप्त करने में भी भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया गया. पुराने कॉलेजों में शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने की शिकायत के समाधान पर भी चर्चा हुई. सभी कॉलेज प्रधानाचार्यो को उपयोगिता प्रमाण -पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया.
परीक्षा शुल्क व रजिस्ट्रेशन पर भी चर्चा हुई. बैठक में प्रतिकुलपति डॉ नंदजी कुमार, रजिस्ट्रार डॉ डीके यादव, छात्र कल्याण अध्यक्ष सीताराम सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुशील कुमार सिंह, महाविद्यालय निरीक्षक विज्ञान जयराम प्रसाद, शैलेंद्र कुमार, एफए चंद्रिका पांडेय, वित्त पदाधिकारी देवेश सिन्हा, संजय तिवारी आदि मौजूद थे. यह जानकारी पीआरओ डॉ शमसूल इसलाम ने दी. प्रधानाचार्यो में डॉ श्रीकांत शर्मा, डॉ अजरुन प्रसाद सिंह, डॉ सुनील सुमन ,डॉ आनंद कुमार सिंह व डॉ सत्येंद्र प्रजापति मौजूद थे.