गया: अजर्क संघ के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व गया कॉलेज के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रामकृष्ण प्रसाद यादव ने कहा कि शिव कुमार प्रसाद अजर्क संघ के प्रचार-प्रसार के लिए जीवन भर अथक प्रयास करते रहे. न केवल गया जिले के कोने-कोने में वह लोकप्रिय थे, वरन पूरे मगध प्रमंडल में उनकी खास पहचान थी. भाग्य-भगवान, अंध विश्वास, छुआछूत, पाखंड व सामाजिक कुरीतियों को तर्क व तथ्यों के आधार पर दूर कर मानववादी समाज का निर्माण करना उनकी पहली प्राथमिकता थी. प्रो यादव रविवार को गांधी मंडप में आयोजित अजर्क संघ के पूर्व सचिव शिव कुमार प्रसाद के शोकसभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पूर्व सचिव के अधूरे कार्य को पूरा कराना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. सभा की अध्यक्षता करते हुए अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि 80 साल की उम्र में शिव कुमार का निधन आठ जुलाई, 2013 को हो गया.
वह अपने पीछे पांच पुत्रियां व कई नाती-नतनी छोड़ गये हैं. डॉ राजकुमार बौद्ध ने कहा कि समाज के लिए उनमें काफी त्याग की भावना थी. उन्होंने गया-बोधगया मुख्य सड़क पर खिरियावां गांव में तीन डिसमिल जमीन अजर्क संघ कार्यालय के लिए दान दी है. शोकसभा में प्रह्वाद राय, भिखारी अजर्क, परमेश्वर प्रधान, भंते शीलवंश, भंते आनंद, नंदकिशोर प्रसाद, पवन कुमार, गनौरी प्रसाद, राधेश्याम शर्मा, रघुवीर प्रसाद, रामवृक्ष प्रसाद, लक्ष्मी प्रसाद आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की व उनके शोक में एक मिनट का मौन धारण किया.